रामनगर: पढ़ाई के बाद अब देवभूमि की बेटियां खेलों में भी बाजी मार रही हैं। अब उत्तराखंड हर ओर से तरक्की की राह पर निकल पड़ा है। खासकर खेल के मैदान से हर दूसरे दिन अच्छी खबर आ रही हैं। इस बार रामनगर की प्रतिभाशाली बेटी नीलम भारद्वाज ने फिर से प्रदेश को गौरवान्वित किया है। नीलम को बीसीसीआई की चैलेंजर ट्रॉफी में टीम-डी का कप्तान चुना गया है। क्रिकेट प्रेमी जानते हैं कि ये उपलब्धि कितनी बड़ी है।
दरअसल हाल ही में उत्तराखंड की महिला टीम ने अंडर-19 वनडे ट्रॉफी के फाइनल में मध्य प्रदेश को हराकर इतिहास रचा था। टीम ने उत्तराखंड को घरेलू क्रिकेट के किसी भी वर्ग में पहली ट्रॉफी दिलाई। इस ट्रॉफी जीत में सबसे बड़ा रोल रामनगर की नीलम भारद्वाज का रहा। दाएं हाथ की बल्लेबाज नीलम भारद्वाज ने जहां फाइनल में नाबाद 56 रनों की पारी खेली। वहीं नीलम पूरे टूर्नामेंट में आउट ही नहीं हुई।
अंडर-19 और अंडर-23 आयु वर्ग में उत्तराखंड के लिए प्रतिभाग कर चुकी नीलम भारद्वाज ने वनडे ट्रॉफी के चार मैचों में अच्छे स्ट्राइक रेट से 180 रन बनाए। इस दौरान उनके बल्ले से 23 चौके और एक छक्का निकला और उनका औसत 180 का रहा। बता दें कि कॉर्बेट क्रिकेट एकेडमी की प्रतिभाशाली क्रिकेटर नीलम भारद्वाज रामनगर जीजीआईसी में हाईस्कूल की छात्रा हैं।
इस प्रदर्शन का इनाम उन्हें बीसीसीआई ने अंडर-19 चैलेंजर ट्रॉफी में चुन कर दिया। बता दें कि उत्तराखंड अंडर-19 महिला टीम की सदस्य साक्षी, पूजा राज, राघवी, नीलम भारद्वाज, मिनाक्षी व नंदनी कश्यप को बीसीसीआइ ने अंडर-19 चैलेंजर्स कप की टीमों में शामिल किया है। अब अच्छी खबर ये आई है कि नीलम को टीम-डी का कप्तान बना दिया गया है। बता दें कि इस टीम में देहरादून की राघवी बिष्ट भी शामिल हैं। टीम का उप कप्तान पुणे की रहने वाली काशवी गौतम को बनाया है।
गौरतलब है कि साल 2018 से उत्तराखंड घरेलू क्रिकेट खेल रहा है। साल 2019 में उसे पूर्ण मान्यता मिली। अबतक पुरुष या महिला टीम ने कोई ट्रॉफी नहीं जीती थी। मगर महिला टीम ने अंडर-19 ट्रॉफी जीतकर इतिहास बदल दिया। इस जीत के बाद से मानो उत्तराखंड में क्रिकेट को देखने का नजरिया बदल गया है। अब उम्मीद है कि उत्तराखंड के खिलाड़ी और बेहतर प्रदर्शन करेंगे। साथ ही उत्तराखंड को कई अन्य ट्रॉफी जिताएंगे।