नैनीताल: कोरोना कर्फ्यू के दौरान भी नियमों को ताक पर रखकर लोग एक जगह से दूसरी जगह घूम रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ज्योलीकोट से सामने आया है। यहां पुलिस ने एक गाड़ी को रोका जिसमें सवार चार युवक नोएडा से नैनीताल जा रहे थे। ताज्जुब की बात ये रही कि इनके पास ना कोई कोरोना जांच रिपोर्ट थी और ना ही रजिस्ट्रेशन संबंधी कागज़। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कार को सीज कर दिया
इस समय पूरे देश में कोरोना संक्रमण फैला हुआ है। एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश जाने के लिए तमाम नियमों का पालन सुनिश्चित करवाया जा रहा है। उत्तराखंड और खासकर नैनीताल जिले में प्रवेश के लिए शासन प्रशासन की ओर से नियम बनाए गए हैं। जिसके तहत 72 घंटे पहले की आरटीपीसीआर जांच रिपोर्ट और रजिस्ट्रेशन करा कर ही सीमा में प्रवेश कर पाना संभव है।
यह भी पढ़ें: बद्रीनाथ धाम के खुले कपाट,स्थिति सामान्य होने के बाद शुरू हो सकती है यात्रा
यह भी पढ़ें: CM साहब मेरी गर्लफ्रैंड की शादी रुकवाओं,नहीं तो आपकों मेरी हाय लगेगी
हुआ यह कि सोमवार को ज्योलीकोट में पुलिस रोज की तरह ही बाहरी राज्यों के वाहनों को रोक कर चेकिंग कर रही थी। इतने में यूपी14सीएन 8005 नंबर की कार को रोका गया। मगर कार सवार युवक ने गाड़ी नैनीताल की ओर भागा दी और पुलिस को चकमा दे दिया। ज्योलीकोट पुलिस ने तल्लीताल पुलिस को सूचित किया तो तल्लीताल चौराहे पर पुलिस की टीम ने कार को रोक लिया।
कार सवार युवकों से पूछताछ की गई तो उनके पास ना तो आरटीपीसीआर जांच की रिपोर्ट ही मिली और ना ही स्मार्ट सिटी पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन किया गया था। पुलिस ने चारों का चालान कर दिया। एसओ विजय मेहता ने बताया कि कोविड नियमों का उल्लंघन करने पर नोएडा गौतमबुध नगर निवासी वैभव सक्सेना, सुहेल, पीयूष कुमार और रामफूल का आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत चालान किया गया। साथ ही गाड़ी के कागज पूरे न होने पर उसे सीज किया गया और पुलिस ने युवकों को तगड़ा सबक सिखाया।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में 2 लाख पार हुआ कोरोना वायरस को मात देने वालों का आंकड़ा
यह भी पढ़ें: लालकुआं,कालाढूंगी,रामनगर के लिए डीएम धीराज सिंह गर्ब्याल ने दिया महत्वपूर्ण अपडेट
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में अब बड़े स्केल पर होगी कोरोना टेस्टिंग
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड: घर बैठे बनेगा लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस, ऑनलाइन हो जाएंगी ये सुविधाएं