नई दिल्ली: राजस्थान में मुख्य तौर पर राजपूत ,गुर्जर और जाट समाज की मुठभेड़ के किस्से अक्सर ही चर्चा का केंद्र बने रहते हैं।उनके समाज की एकता वहां की सरकार का फैसला करती है।एक बार फिर लोकसभा चुनाव के दौरान सरकार पर मुसीबत के बादल छा गये हैं।मामला ज़रा फिल्मी किस्म का है और इस स्तर का है कि समाज ने लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करने की धमकी तक दे डाली है। दरअसल,राजस्थान के जिले के धोद क्षेत्र के नागवा गांव में एक राजपूत दुल्हन का अपहरण हुआ था । 17 अप्रैल की रात विदाई के 15 मिनट बाद ढाई बजे रामबक्सपुरा स्टैंड के पास बोलेरों व पिकअप में आए बदमाश लाठी व डंडे से मारपीट कर दुल्हन का अपहरण कर ले गए थे।
इस मामले में पुलिस ने अब तक पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है, लेकिन मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। युवक अंकित जाट और दुल्हन तक अभी पुलिस नहीं पहुंच पाई है।जांच में अब तक सामने आया है कि दुल्हन हंसा कंवर को अपहरण किए जाने की योजना उनके एक प्रेमी अंकित ने तलाई पर बैठ कर बनाई थी। अंकित ने शादी से पहले अपने दोस्तों को फोन कर तलाई पर बुला लिया था। उसने मुकेश रेवाड़, विकास भामू, महेंद्र फौजी, राजेश व अशोक के अलावा अन्य युवकों को बुलाकर शराब पिलाई। अंकित ने अपने एक साथी को नागवा में गिरधारी सिंह के घर के बाहर ही बैठा दिया था। वह अंकित को फोन पर शादी की पूरी जानकारी दे रहा था। जैसे ही वहां से सोनू कंवर और हंसा कंवर की विदाई हुई। उसने अंकित को फोन कर जानकारी दी। तलाई पर बैठे अंकित और उसके दोस्तों ने मिलकर बोलेरो और पिकअप को उनके पीछे लगा दिया। इसके बाद रामबक्स स्टैंड पर गाड़ी आगे व पीछे लगा कर उन्हें रोक लिया। अंकित और उसके दोस्तों ने गाड़ी के शीशे तोड़ कर ड्राइवर मगनसिंह से मारपीट की। इसके बाद हंसा की बड़ी बहन से मारपीट की। अंकित व महेंद्र फौजी ने गाड़ी के पीछे शीशे को तोड़कर हंसा को बाहर निकाला। अंकित बोलेरो में दुल्हन का अपहरण कर ले गया। धोद थाने में कृष्ण सिंह पुत्र चेन सिंह निवासी नागवा ने हंसा कंवर के अपहरण किए जाने का मुकदमा दर्ज कराया था। जिसमें उन्होंने अंकित व मुकेश रेवाड़ के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कराया।
दुल्हन का अपहरण हुए दो दिन हो गये हैं इसके बाद अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। जिससे मामला तूल पकड़ता जा रहा है। इधर, दुल्हन को जल्द बरामद करने व मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग को लेकर धरने पर बैठे राजपूत समाज के लोगों का आक्रोश भी उबाल पर है। रूपपुरा राजपूत एकता समिति ने मामले में प्रदर्शन की चेतावनी दी है। एकता समिति के अध्यक्ष किशोर सिंह शेखावत ने बताया कि रूपपुरा में राजपूत समाज के एकता समिति के कार्यकर्ताओं ने बैठक की। सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि आरोपियों को शीघ्र गिरफ्तार नहीं किया गया तो आंदोलन किया जाएगा।
उन्होंने प्रशासन को शुक्रवार सुबह 11 बजे तक का अल्टीमेटम दिया था। धरने का नेतृत्व कर रहे उदयपुरवाटी विधायक राजेन्द्र सिंह गुढा़ ने कहा कि आरोपियों ने जो कारनामा किया है, उसे समाज कभी माफ नहीं करेगा ।इससे शेखावाटी में अब शांति भी नहीं रह सकती। । जिसमें पुलिस के लिए 50 हजार का जाब्ता भी कम पड़ सकता है। उधर, दो दिन बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस के हाथ खाली है। जिस कारण सीकर में तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है। जिसको देखते हुए सीकर में पुलिस की अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दिया है। जिले के अलावा बाहर से भी अतिरिक्त जाप्ता मंगवाया गया है। जिसमें क्यूआरटी, आरएसी के जवान भी शामिल है। चुनाव के बीच एक जाट द्वारा एक राजपूत दुल्हन का अपहरण होना राजस्थान की राजनीति में अस्थाई भूकंप की संभावनाएं अधिक करता दिखाई देता है।