हल्द्वानी: दांतों की समस्या इन दिनों ज्यादा बढ़ने लगी है। युवाओं में ये समस्या ज्यादा है। वहीं बाहर के खानपान से सड़न एक आम समस्या बन गई है। यह दिखती नहीं है लेकिन मुँह के अंदर होती है इसलिए लोग इसे आमतौर पर नजरंदाज कर देते हैं। जब तक की दर्द ना हो या सामने वाले दांतों में ना हो।
इसके कारण पर कुसुमखेडा हनुमान मंदिर के समीप स्थित रामा डेंटल केयर की सर्जन डॉक्टर सीमा नेगी फर्त्याल ने बताया कि सड़न सामान्य तौर पर प्लाक के कारण होती है। यह एक बैक्टिरिया की परत होती है जो आपके खाने के बाद मुँह में एसिड बनाता है और यह एसिड दांत की ऊपरी सतह को खराब कर देते हैं । इसे में दांत में सड़न शुरू हो जाती है।
दांतों की सड़न की समस्या आमतौर पर मीठे और चिपचिपे खाने के कारण होती है जो कि लंबे समय तक दांतों में चिपक जाता है। यदि आप रोज अपने दांतों की अच्छे से सफाई नहीं करते हैं तो भी दांतों में सड़न हो सकती है।
लक्षण पर डॉक्टर सीमा ने बताया कि सड़न की शुरुआत में कोई विशेष लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। जब सड़न बढ़ेगी तो लक्षण दिखाई देंगे जैसे कि दांत में दर्द, झंझनाहट , दांत में मीठा गरम व ठंडा लगना, दांत में खाना फसना, खाना चबाते वक़्त दर्द होना आदि। दांतों की सड़न का इलाज उसके लक्षण पर निर्भर करता है।