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पर्यटक ध्यान दें, नैनीताल में होटल स्टे को छोड़कर सब महंगा हो गया है, देखिए लिस्ट

पर्यटक ध्यान दें, नैनीताल में होटल स्टे को छोड़कर सब महंगा हो गया है, देखिए लिस्ट

नैनीताल: अगर आप नैनीताल आने का प्लान बना रहे हैं तो ध्यान रखें कि अब सरोवर नगरी पहले की तरह सस्ती नहीं रही। डीजल पेट्रोल से लेकर हर तरफ महंगाई के कारण नैनीताल में हर चीज के रेट बढ़ गए हैं। होटलों को छोड़ दें तो रोपवे सवारी से लेकर झील दर्शन, सभी के रेट बढ़ गए हैं।

दरअसल बीते कुछ समय में महंगाई ने छलांग तो लगाई है। पेट्रोल डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है तो रसोई गैस के दाम भी बढ़े हैं। कोरोना काल के कारण पर्यटन व्यापार से जुड़े लोगों को खासा नुकसान भी हुआ है। हालांकि अब पर्यटन गतिविधियों का संचालन शुरू हो गया है। मगर पहले हुए नुकसान से उबरने में हर किसी को थोड़ा समय तो जरूर लगेगा।

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खैर, अब महंगाई बढ़ने के कारण नैनीताल की सैर भी महंगी हो चली है। खाना पीना, रोपवे की सवारी में होने वाले खर्चे में 20 से 30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो गई है। नैनीताल दर्शन को ले जाने वाली टैक्सियां भी 300 से 400 रुपए तक महंगी हो गई हैं। झील में घूमना भी खर्चीला ज्यादा हो गया है। पूरा पैकेज 4000 रुपए तक पहुंच गया है।

कुछ समय पहले तक की बात करें तो नैनीताल दर्शन को यही कोई 1200 से 1400 रुपए लगते थे। मगर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के चलते संचालक 1800 से 2200 रुपये तक भी वसूल रहे हैं। छोटी गाड़ी 1200 से 1800 तक की पड़ रही है। इसी कड़ी में अब कुमाऊं मंडल विकास निगम ने नैनीताल से स्नो व्यू तक रोप-वे का किराया 230 से बढ़ाकर 300 रुपये प्रति व्यक्ति कर दिया है।

केव गार्डन में घूमने के लिए भी अब 60 की जगह 100 रुपए शुल्क कर दिया गया है। रोपवे की सवारी के लिए जहां पहले 230 रुपए देने पड़ते थे वहीं अब 300 रुपए देने पड़ रहे हैं। रेस्तरां संचालकों की मानें तो गैस, पेट्रोल, डीजल के साथ सब्जियां, खाद्य तेल से लेकर हर चीज महंगी है। ऐसे में दाम बढ़ाना मजबूरी है। 

नैनीताल टूर एंड टैक्सी एसोसिएशन के अध्यक्ष नीरज जोशी का मानना भी यही है। उन्होंने कहा कि पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि के चलते सफर 40% तक महंगा हो गया है। हम भी दाम बढ़ाने को मजबूर हैं। बहरहाल पर्यटकों के लिए राहत की बात ये है कि नैनीताल के होटलों में कमरों के किराए में 2019 के बाद से इजाफा नहीं हुआ है। 

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