उत्तराखंड में सीपीयू की कार्यशैली हर वक्त सुर्खियों में रहती है। ट्रैफिक नियम तोड़ने को लेकर सीपीयू कर्मी सीनियर पुलिस अधिकारियों का चालान भी काट चुके हैं। एक ऐसा ही मामला सामने आया है रुड़की से… अपनी बेटी के कार से जा रहे एसपी देहात चैकिंग के दौरान रोका और ड्राइविंग लाइसेंस और आरसी मांगी। एसपी उस वक्त अपनी निजी कार में यात्रा कर रहे थे।
एसपी साहब ने नियमों के अनुसार दोनों कागज दिखाए, इसी दूसरा सीपीयू जवान वहां पर आया और उसने एसपी देहात को पहचान लिया। इसके बाद क्या था, कागज मांगने वाले सिपाही के पैरों तले जमीन खिसक गई लेकिन उसकी कार्यशैली ने एसपी देहात को खुश कर दिया। एसपी ने चेकिंग करने वाले सिपाही की तारीफ की है।
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जानकारी के अनुसार एसपी देहात एसके सिंह ने अपनी बेटी के साथ शहर में घूमने निकले थे। कोविड के नियम के तहत उन्होंने चेहरे पर मास्क भी लगाया था। इसी दौरान गणेशपुर पुल के पास सीपीयू चेकिंग कर रही थी। सीपीयू के एक सिपाही ने एसपी देहात की कार को रोका और कागाज दिखाने को कहा…
वह एसपी को नहीं पहचान पाया क्योंकि उन्होंने मास्क पहना था। एसपी देहात ने दोनों कागजात दिखाए। इसके बाद सिपाही ने कार आगे बढ़ाने को कह दिया। इसी बीच दूसरे सिपाही ने एसपी देहात को पहचान लिया और सैल्यूट किया तो चेकिंग करने वाले सिपाही के होश उड़ गए।एसपी एसके सिंह सीपीयू जवान की कार्यशैली से खुश हुए। उन्होंने कहा कि वह अपनी ड्यूटी कर रहे थे। आम आदमी से जिस तरह कागाज मांगे जाते हैं उन्होंने मुझसे भी मांगे। यातायात के नियमों का पालन करना जरूरी है।
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