नई दिल्ली: असफलत होने के बाद सफलता मिले तो उसकी कीमत कहीं ज्यादा बढ़ जाती है। बिहार के संतोष कुमार मिश्रा की कहानी आज पूरे देश को प्रेरित कर रही है। परीक्षाओं में फेल होने के बाद आज Microsoft में नौकरी कर रहे संतोष मिश्रा की कहानी LinkedIn पर पोस्ट के माध्यम से बताई गई है। एक वक्त था जब घरवाले चाहते थे वो खेती करें। लोगों ने उनकी मजाक बनाया। मगर आज वो सबके लिए मिसाल बन गए हैं।
बता दें कि बिहार के छोटे से गांव में जन्मे संतोष ने गांव के स्कूल से 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की। साथ साथ खेतों में भी काम किया। उन्होंने खुद बताया कि घरवाले खेती का काम ही करवाना चाहते थे। एक दुकान खोल लेने को कहते थे। मगर संतोष की पढ़ने की जिद के आगे घरवालों ने बेटे को उच्च शिक्षा के लिए पटना भेज दिया। मगर यहां तैयारी के बावजूद संतोष की AIEEE (JEE Mains) में रैंक 7 लाख से अधिक आई।
उसके बाद संतोष कभी IIT में नहीं बैठने का फैसला किया। इसके बाद उन्होंने एयरफोर्स, नेवी, रेलवे और बैंकों की परीक्षाएं दीं। मगर कहीं भी सफलता नहीं मिली। एक हिम्मत ही थी, जो संतोष ने कभी नहीं छोड़ी। संतोष ने बीसीए किया। एमसीए में कई बार फेल हुए मगर अंत में MCA IIT BHU में और अन्य सभी परीक्षाओं में टॉप 100 रैंक में AIR चौथी रैंक हासिल की। अंग्रेजी ना आने की वजह से उन्होंने कई सारे मौके भी खोए।
संतोष अपनी पोस्ट में बताते हैं कि उनका सपना था कि वो इंटरनेशनल कंपनियों में काम करें, जिसमें माइक्रोसॉफ्ट कंपनी भी शामिल थी। हालांकि, माइक्रोसॉफ्ट कंपनी के पहले राउंड टेस्ट के साथ वह सभी 15 कंपनियों के पहले राउंड टेस्ट में फेल हो गए। संतोष बताते हैं कि लोग मुझसे कहते रहते थे कि मैं कुछ नहीं कर सकता। आज उनका चयन Microsoft में हो गया है। इसलिए आपको अपनी अनंत क्षमता पर विश्वास करना चाहिए।