हल्द्वानी:क्रिकेट के मैदान से उत्तराखण्ड के लिए खुशखबरीआई है। एक युवा ने अपनी प्रतिभा का जौहर दिखाते हुए बड़ी प्रतियोगिता में जगह बनाई है। उत्तराखण्ड के कुमाऊं द्वार हल्द्वानी आवास विकास के रहने वाले सौरभ रावत ने ओडिशा की वनडे टीम में जगह बना ली है। सौरभ पिछले दो साल से ओडिशा की रणजी टीम के सदस्य भी है। सौरभ एक विकेटकीपर बल्लेबाज है। सौरभ विजय हजारे ट्रॉफी में टीम के सदस्य चुने गई है। सौरभ रावत के चयन ने एक बार फिर साबित किया है कि उत्तराखण्ड की प्रतिभा देश में होने वाली हर खेल में अपनी भागेदारी पेश करेगी। बता दें कि विजय हजारे ट्रॉफी में उत्तराखण्ड के ऋषभ पंत भी खेलेंगे। उन्हें दिल्ली की टीम में चुना गया है, जिसकी कप्तानी तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा को दी गई है। विजय हजारे ट्रॉफी 7 फरवरी से बेंगलूरू में खेली जाएगी।
सौरभ रावत के चयन के बाद हल्द्वानी के क्रिकेट फैंस में भी खुशी का माहौल है। कोच दान सिंह कन्याल और दान सिंह भंडारी ने सौरभ के चयन पर खुशी जताते हुए कहा कि ये तो होना ही था। सौरभ एक उच्चकोटि का खिलाड़ी है। उसने अपने आप को मिले हर मौके को भुनाया है। वो हल्द्वानी के युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है। सौरभ ने एक बार फिर साबित किया है कि प्रतिभा को आगे बढ़ने के कोई सामने आने से नहीं रोक सकता।
अपने चयन के बाद सौरभ रावत ने भी खुशी जाहिर की। सौरभ ने बताया कि पिछला सीज़न भले ही शानदार नहीं रहा हो लेकिन वो निराश नहीं हुए है। उन्होंने बताया कि विजय हजारे का ट्रॉफी का मंच बड़ा है और वो इस मौके को भुनाने की पूरी कोशिश करेंगे। सौरभ ने अपने क्रिकेट की शुरूआत हल्द्वानी से ही की और अपने अच्छे प्रदर्शन की बदौलत ओडिशा रणजी टीम में जगह बनाई।सौरभ रावत ने सीजन 2016-2017 में अपने प्रथम क्षेणी क्रिकेट करियर का पर्दापण किया। अपने पहले सीजन में 8 मैचों में 270 रन बनाए। इसमें दो फिफ्टी भी मौजूद है। बता दें कि सौरभ के पिता आन्नद सिंह रावत एनएचपीसी बनबसा में कार्यकृत है वहीं मां गीता रावत हाउस वाइफ है।सौरभ बताते है कि राज्य को मान्यता प्राप्त नहीं है लेकिन माता-पिता उनका सपना पूरा करने के लिए उन्हें काफी सपोर्ट करते हैं।
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