नई दिल्ली: 7 जुलाई का दिन क्रिकेट जगत के लिए काफी बड़ा है। वो इसलिए क्योंकि इस दिन विश्व जगत क्रिकेट महेंद्र सिंह धोनी को जन्मदिन की बधाई देता है। भारत के पूर्व कप्तान को पूरी दुनिया से प्यार मिलता है और ऐसा शायद महान सचिन तेंदुलकर के साथ होता होगा। धोनी जहां भी जाते हैं, वहां लोगों को अपने खेल और आचरण से दिवाना बना देते हैं। वैसे धोनी जैसा मैच फिनिशर कप्तान शायद ही भारत को मिला हो या विश्व क्रिकेट ने देखा। हालांकि धोनी की तरह बढ़ी और अहम पारियां खेलने के लिए इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान बेन स्ट्रोक्स माहिर हैं।
एशेज की बात हो और बेन स्ट्रोक्स का बल्ला नहीं बोले ये होता नहीं है। साल 2023 एशेज में इंग्लैंड को पहले दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा है। तीसरे टेस्ट में गेंदबाजों ने अपना काम किया लेकिन बल्लेबाजों ने नैया डुबो दी लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सामने बेन स्ट्रोक्स अगले खड़े नजर आए। हेडिंगली की बात होती है तो सभी को साल 2019 याद आता है। ऑस्ट्रलिया मुकाबले को जीतने के लिए केवल एक विकेट दूर था। चौथी पारी में बेन स्ट्रोक्स ने नाबाद 135 रनों की पारी खेली। यही नहीं उन्होंने आखिरी विकेट के लिए 76 रन भी जोड़ डाले। इंग्लैंड ने इस मुकाबले को 1 विकेट से जीता और ऑस्ट्रेलिया का 2001 के बाद इंग्लैंड में एशेज सीरीज़ जीतने का सपना टूट गया।
लगता है कि इतिहास फिर से दोहराया जा रहा है। 2023 एशेज के तीसरे मुकाबले में बेन स्ट्रोक्स ने ऑस्ट्रलिया को बड़ी बढ़त लेने से रोक दिया। ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में केवल 263 रन बनाए और जवाब में इंग्लैंड 237 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। गनीमत रही बेन स्ट्रोक्स की जिन्होंने 80 रनों की पारी खेलकर इंग्लैंड को मैच में ज्यादा पीछे होने से बचा लिया। बेन स्ट्रोक्स इंग्लैंड की पहली पारी में आउट होने वाले आखिरी बल्लेबाज थे।
इंग्लैंड का 9वां विकेट 199 पर गिरा था और इस स्कोर को कप्तान स्ट्रोक्स ने 237 तक पहुंचाया। बेन स्ट्रोक्स इंग्लैंड के लिए कई यादगार पारियां खेल चुके हैं। विश्वकप 2019 के बाद साल 2022 में टी-20 विश्वकप में इंग्लैंड को विजेता बनाने में उनका अहम रोल था। जबकि एशेज में भी कुछ ऐसी पारियां खेल चुके हैं जिसने करोड़ों क्रिकेट फैंस के अलावा महान खिलाड़ियों का भी दिल जीता है। लॉड्स में खेली गई पारी भी कुछ इसी वजह से आने वाले वर्षों तक याद की जाएगी। इंग्लैंड मुकाबले को 43 रनों से हारा था लेकिन स्ट्रोक्स की 155 रन की पारी असली मैच विजेता रही थी।