नई दिल्ली: कामयाबी एक ऐसा शब्द है जो अपने पास पहुंचने के लिए इंसान को पूरी जिंदगी देता है। कामयाबी के रास्ते को हम मौके का नाम दें तो गलत नहीं होगा क्योंकि हर कामयाब व्यक्ति के पास सही वक्त पर परिश्रम को निखारने की कला होती है,तभी तो वह सामान्य लोगों से अलग होता है। कामयाबी हर वक्त आलोचकों को मुंह तोड़ जवाब भी देती है। खेल में कोई कामयाब होता है तो परिश्रम से पहले उसके पीछे के जुगाड़ की बात होने लगती है लेकिन ऐसा होता नहीं है और इसका प्रमाण एक बार फिर परिश्रम ने दिया है।
मुंबई की बस में कंडक्टर के बेटे का चयन भारतीय अंडर-19 टीम में हुआ है। इस क्रिकेटर का नाम अथर्व अंकोलेकर है। भारतीय अंडर19 टीम अगले महीने श्रीलंका में यूथ एशिया कप खेलने जाएगी। इस टीम के कप्तान ध्रूव चंद जुरेल होंगे। 18 साल के अथर्व अंकोलेकर ने अपनी मां वैदेही अंकोलेकर के परिश्रम को नीली जर्सी का तोहफा दे ही दिया। बड़ी बात यह है कि अथर्व की मां ने जो सेक्रीफाइस किए, वो कामयाब हुए। अथर्व जब सिर्फ 9 साल के थे तब उनके पिता विनोद का निधन हो गया था। वैदेही ने अपने दम पर अथर्व को जूनियर टीम तक पहुंचा दिया।
अथर्व बाएं हाथ के स्पिनर हैं। उन्होंने अब तक भारत बी अंडर19 के लिए भारत ए अंडर19 और अफगान अंडर19 टीम के खिलाफ तीन मैच खेले। मुंबई के रिजवी कॉलेज में दूसरे ईयर के स्टूडेंट अथर्व का जब भारतीय टीम में चयन हुआ तो उन्हें सबसे ज्यादा अपने पिता की याद आई। अथर्व ने कहा, ‘मैं इस समय अपने पिता को सबसे ज्यादा याद कर रहा हूं। जब मैं छोटा था तो वो मुझे बैट, ग्लव्स और हेलमेट गिफ्ट में लाकर देते थे ताकि मैं क्रिकेट खेल सकूं। मुझे उन सभी की बहुत कमी खल रही है। अब मैं कड़ी मेहनत करूंगा और भारत के लिए खेलूंगा।’
वैदेही भी अथर्व के बारे में जानकर बहुत खुश हैं। उन्होंने कहा, ‘मुझे अपने स्टाफ और रिश्तेदारों की तरफ से कई बधाई संदेश मिले। मैं सभी की आभारी हूं। मेरे लिए यह गौरव का पल है। मेरे पति घर में कमाने वाले अकेले सदस्य थे। उनकी मौत ने मुझे बेसहारा कर दिया, लेकिन मैंने अपने दोस्त की मदद से घर में ट्यूशन लेना शुरू किए। इसके बाद मुझे अपने पति की नौकरी मिली। इसकी मदद से मैं अपने बेटे का सपना पूरा कर सकी।’ अथर्व की जिंदगी का सबसे खास पल आया था जब उन्होंने मुंबई में एक अभ्यास मैच में मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर को अपना शिकार बनाया था। महान तेंदुलकर ने अथर्व को ऑटोग्राफ किए हुए ग्लव्स गिफ्ट किए थे।