नई दिल्ली: एडिलेट टेस्ट जीतने के बाद भारतीय टीम की निगाहे पर्थ टेस्ट जीत पहली बार ऑस्ट्रेलिया में सीरीज़ जीतने के सपने को मजबूत करने की होगी। पहले मैच में भारतीय टीम की बल्लेबाजी ने निराश किया है और इसमें सवाल उठ रहे हैं। अगर चेतेश्वर पुजारा की पारी को हटा दे तो भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के सामने टिकती नजर नहीं आ रही है। ये भारतीय कप्तान विराट कोहली को भी पता है और उन्होंने मुकाबले के बाद बल्लेबाजों को जिम्मेदारी निभाने की सलाह भी दी।
पहले मैच में भारतीय टीम के सबसे छोटे खिलाड़ी ऋषभ पंत के नाम रहा। बल्लेबाजी में केवल 25 और 28 रन जोड़ने वाले पंत ने विकेट के पीछे फिर इतिहास बनाया है। अपनी तीसरी सीरीज में उन्होंने ऐसा किया जो आजतक कोई भारतीय नहीं कर पाया। ऋषभ पंत एक टेस्ट में 11 कैच पकड़ने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर बन गए है। एक मैच में 11 शिकार करना विश्व रिकॉर्ड भी है जिसकी पंत के बराबरी कर ली है। यह रिकॉर्ड इंग्लैंड के जैक रसेल और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स के नाम है।
वहीं भारत की ओर से एक पारी में सबसे अधिक कैच पकड़ने का रिकॉर्ड ऋद्धिमान साहा के नाम था। उन्होंने जनवरी 2018 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ केपटाउन में 10 कैच लिये थे। वहीं बात धोनी की करें तो उन्होंने एक मैच में सबसे ज्यादा 9 कैच पकड़े थे। धोनी ने यह कारनामा अपने आखिरी मुकाबले में किया था। धोनी ने साल 2014 में मेलबर्न टेस्ट में यह कारनामा किया था।
वहीं इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में पंत का यह साल अच्छा रहा है। वह भारत के पहले बल्लेबाज है जिन्होंने टेस्ट करियर में अपना खाता छक्के के साथ खोला। इसके अलावा अपने पहले टेस्ट मैच में 5 कैच लेने का रिकॉर्ड उनके नाम है। वहीं भारत के पहले विकेटकीपर है जिन्होंने इंग्लैंड में शतक जमाया। पंत केवल 21 साल के है और वो तेजी से भारतीय क्रिकेट में अपने कद को ऊंचा कर रहे है।
यह केवल रिकॉर्ड है, पंत को अपने गेम में काफी सुधार की भी जरूरत है। उन्हें अपनी विकेट की कीमत समझनी होगी। वहीं विकेट के पीछे लगातार हो रही गलतियां उनकी कामयाबी के आगे छोटी दिख रही है लेकिन एक बुरा दिन उन्हें कठघरे में भी खड़ा कर सकता है।