नई दिल्ली: रोहित शर्मा को टेस्ट में अपना करियर सवारने का आखिरी मौका भारतीय टीम मैनेजमेंट ने दिया है। लंबे वक्त से रोहित को टेस्ट में भी सलामी बल्लेबाज के रूप में देखने की फैंस की चाहत विशाखापट्टम में पूरी हुई। फैंस को रोहित ने निराश नहीं किया और शतक जड़कर अपने इरादे स्पष्ट कर दिए। उन्होंने दिखा दिया कि वो वनडे की की तरह शानदार टेस्ट खिलाड़ी भी बन सकते हैं।
पहली बार टेस्ट क्रिकेट में टीम के लिए पारी की शुरुआत करने उतरे रोहित शर्मा अपने वनडे अंदाज में ही नजर आए। पहले 15 मिनट उन्होंने गेंदबाज को दिए और फिर वह बॉस बन गए। रोहित ने पहले दिन 174 गेंदों पर नाबाद 115 रन बनाए। उनकी इस पारी में 12 चौके और 5 छक्के शामिल हैं। रोहित ने मयंक अग्रवाल ने पहले विकेट के लिए 202 रनों की साझेदारी की। मयंक ने भी शानदार बल्लेबाजी की और नाबाद 84 रन बनाए।
जिस तरह सलामी बल्लेबाजी करते हुए रोहित का वनडे करियर बदला उसी तरह टेस्ट क्रिकेट भी बदलता नजर आ रहा है। प्रैक्टिस मैच में वह शून्य पर आउट हुए थे लेकिन यहां उन्होंने धमाका कर दिया। इस शतक के साथ रोहित शर्मा दुनिया के पहले सलामी बल्लेबाज बन गए हैं जिन्होंने टेस्ट, वनडे और टी-20 में शतक जमाया है ( बतौर सलामी बल्लेबाज)। इसके अलावा वह भारत के पहले बल्लेबाज बनें जिन्होंने शतक पूरा करने से पहले पांच छक्के जड़े। रोहित की बल्लेबाजी ने फैंस को विरेंद्र सहवाग की याद दिला दी वहीं विराट के फैसले से ऐसा लगा मानें धोनी आज भारत की कप्तानी कर रहे हैं।