देहरादून: एक तरफ उत्तराखंड क्रिकेट में खिलाड़ियों के प्रदर्शन से चार चांद लग रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ नए नए विवाद इस छवि पर बट्टा लगाने का काम कर रहे हैं। लाजमी है कि खिलाड़ियों के खेल से ज्यादा चर्चा अगर बाहर आ रहे विवादों की करनी पड़े तो मतलब कुछ गड़बड़ है। आपको बता दें कि उत्तराखंड महिला सीनियर क्रिकेट टीम का हल्द्वानी में कैंप चल रहा था। कैंप के बीच से ही एक विवाद सामने आया है। दरअसल टीम के साथ ट्रेनर के रूप में जुड़ी अपूर्वा नदकरनी ने कथित तौर पर मानसिक रूप से प्रताड़ित किए जाने के बाद अपनी पोस्ट से तत्काल रूप से इस्तीफा दे दिया है।
ट्रेनर अपूर्वा का आरोप
महिला क्रिकेट टीम की ट्रेनर अपूर्वा ने क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के पदाधिकारियों को बताया है कि उनके साथ कैंप में अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। अपूर्वा का आरोप है कि उन्हें हर किसी से अलग कर दिया गया है। बकौल अपूर्वा, “सभी को मोबाइल का इस्तेमाल ना करने के निर्देश दिए जरूर गए थे लेकिन उन नियमों को सिर्फ मेरे लिए लागू किया जाता है। सब एसी में बैठकर मुझे बाहर गर्मी में बैठाते हैं। हर स्टाफ मेबर को मुझसे बात करने से मना किया गया है।” हालांकि इस दौरान अपूर्वा ने ये भी कहा कि उन्हें सीएयू से कोई शिकायत नहीं है। उन्होंने मेल में टीम की फिजियो मीनाक्षी नेगी पर खासतौर से आरोप लगाए हैं। अपूर्वा बताती हैं कि उन्होंने सीएयू को इस बारे में अवगत कराया था और सीएयू ने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की लेकिन मानसिक तौर पर वह अब और प्रताड़ना नहीं झेल सकती हैं। उन्होंने कहा कि अगर मैं इसे झेलते हुए कोई गलत कदम उठाती हूं तो मुझे परेशान करने वाले इसके जिम्मेदार होंगे।
क्या कहता है CAU ?
इस बारे में क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ उत्तराखंड के सीईओ मोहित डोभाल ने बताया कि सेलेक्शन पैनल को अपूर्वा का इस्तीफा भेजा था जिसे स्वीकार कर लिया गया है। साथ ही नए ट्रेनर की नियुक्ति भी कर दी गई है। अपूर्वा द्वारा कैंप के माहौल को लेकर लगाए गए आरोपों पर मोहित डोभाल ने कहा कि इस बारे में सीएयू ने संज्ञान लिया था। उन्होंने कहा कि इस बारे में अपूर्वा, टीम मैनेजमेंट और सपोर्टिंग स्टाफ से बात की गई थी। अपूर्वा को दरकिनार नहीं किया जा रहा था। जो नियम बनाए गए थे, वो सभी के लिए थे। मगर अपूर्वा की इच्छा को मानते हुए उनका इस्तीफा स्वीकार किया गया है। वहीं दूसरी तरफ टीम मैनेजर का कहना कि ट्रेनर अपूर्वा हमेशा से ही सपोर्टिंग स्टाफ की शिकायतों को बल देती रही हैं। हमारी तरफ से ऐसा कभी कुछ नहीं था।
विवादों में घिरा रहता है CAU
इसमें कोई दोराय नहीं कि टीम के प्रदर्शन से ज्यादा चर्चा सीएयू के इर्द गिर्द चल रहे विवादों की होती है। विगत वर्षों में चयन प्रक्रिया, कोच वसीम जाफर, खिलाड़ी आर्य सेठी को लेकर भी विवाद सामने आए हैं। इनपर सीएयू के सीईओ डोभाल ने कहा कि निश्चित रूप से इन सब बातों से टीम के प्रदर्शन पर प्रभाव पड़ता है। खेल का माहौल बनाने में दिक्कतें आती हैं। उन्होंने कहा कि ये बातें बाहर नहीं जानी चाहिए। इन्हें आपस में ही बैठकर सॉल्व किया जाना चाहिए। लेकिन बातें बाहर लीक हो रही हैं और उसके बाद उन्हें तरह तरह तरीके से पेश किया जाता है।
उत्तराखंड टीम के खिलाड़ियों को मिला डीए
बता दें कि इस विवाद से ठीक कुछ दिनों पहले उत्तराखंड टीम के कप्तान जय बिस्टा ने बीसीसीआई को एक मेल किया था। जिसमें उन्होंने लिखा था कि उन्हें अबतक उनका डीए नहीं मिला है। गौरतलब है कि जय बिस्टा बतौर गेस्ट प्लेयर उत्तराखंड से खेलते हैं। इस मामले पर सीईओ मोहित डोभाल ने कहा कि सभी खिलाड़ियों को उनका तय डीए दिया जा चुका है।