विवादित कोरोनिल दवा के बाद अब बाबा रामदेव का पतंजलि आयुर्वेद अलग मामले में चर्चा में है। आईपीएल 2020 का आयोजन सितंबर महीने से दुबई में किया जाना है। कुछ दिन पहले ही खबर आई थी कि वीवो ने IPL टाइटल स्पॉन्सरशिप से हाथ पीछे खींच लिए हैं। यानी कि वह इस खेल को प्रायोजित नहीं करेगा। इसके पीछे की वजह भारत चीन के बीच सीमा में तनातनी और उसके बाद भारत सरकार द्वारा टिक टॉक और अन्य चीनी ऐप पर बैन लगाया जाना माना जा रहा था। इस मामले में ताजा खबर यह है कि पतंजली IPL टाइटल स्पॉन्सरशिप में हाथ आजमाना चाहता है।
देशभर में विदेशी कंपनियों को टक्कर देने के बाद पतंजलि खुद को विश्व में स्थापित करने और एक ग्लोबल ब्रांड बनने है के लिए तैयार है। इसलिए पतंजलि IPL टाइटल स्पॉन्सरशिप की सोच रहा है। पतंजलि आयुर्वेद के प्रवक्ता एसके तिजारावाला किस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि “हम बोली में हिस्सा लेने की सोच रहे हैं। यह लोकल को ग्लोबल बनाने का सही मंच रहेगा। हालांकि अभी अंतिम निर्णय लेना शेष है।”
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विवादों के बाद हटा वीवो
2018 में वीवो ने आईपीएल की टाइटल स्पॉन्सरशिप 5 साल के लिए जीती थी। वीवो 2018 से लेकर 2022 तक आईपीएल के साथ करार में शामिल था। लेकिन इस साल भारत-चीन के बीच विवादों के चलते विवो ने 2190 करोड़ का यह करार बीच में ही तोड़ दिया।
वहीं पतंजलि को लेकर पिछले दिनों खबर आई थी कि कोरोनिल दवा धड़ल्ले से बिक रही है। और बाबा रामदेव ने कहा था कि हमें हर रोज लगभग 10 लाख कोरोनिल के पैकेट्स की डिमांड आ रही है। लेकिन मद्रास हाई कोर्ट ने दवा की ब्रांडिंग पर बैन लगा दिया और फाइन भी लगाया। लेकिन पतंजलि अब भी कहीं गुना मुनाफे में है और आगे भी इसी की तैयारी में है।