Election News: Loksabha News: Election Result: Trivendra Singh Rawat: उत्तराखंड के पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत की वापसी हो गई है। राजनीति में वापसी के लिए उन्हें 3 साल का इंतजार करना पड़ा। साल 2017 में मुख्यमंत्री पद संभालने वाले त्रिवेंद्र सिंह रावत को 2021 में पद छोड़ना पड़ा था। इसके बाद से वो सक्रिय राजनीति से दूर रहने लगे थे लेकिन लोकसभा में टिकट मिला और जीत के बाद उन्होंने वापसी की है। उत्तराखंड की हरिद्वार सीट पर भाजपा प्रत्याशी त्रिवेंद्र सिंह रावत को 653808 मत मिले। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व सीएम हरीश रावत के बेटे विरेंद्र रावत को 164056 मतों के अंतर से हराया। बता दें कि 2019 में भाजपा ने उत्तराखंड की पांचों लोकसभा सीट जीती थी। रावत के नेतृत्व में ही भाजपा ने चुनाव लड़ा था।
त्रिवेंद्र सिंह रावत के करियर पर नजर
मुख्यमंत्री बनने से पहले त्रिवेंद्र सिंह रावत कई वर्षों से राजनीति से जुड़े रहे थे। उनके करियर की शुरुआत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ही हुई थी। साल 1979 में त्रिवेंद्र सिंह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े थे। 1981 में संघ के प्रचारक के रूप में काम करने उन्होंने शुरू कर दिया था। 1985 में त्रिवेंद्र सिंह रावत देहरादून महानगर के प्रचारक बने। इसके बाद वो सक्रिय राजनीति का हिस्सा बन गए और 1993 में भाजपा के क्षेत्रीय संगठन मंत्री बने। साल 1997 में त्रिवेंद्र सिंह रावत भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री बने। साल 2002 में उन्होंने दोबारा भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री बनाया गया। उत्तराखंड में हुए पहले विधानसभा चुनावों में उन्होंने डोईवाला विधानसभा से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की।
इसके बाद 2007 में भी उन्हें डोईवाला विधानसभा से जीत मिली और कैबिनेट मंत्री बने। 2017 में डोईवाला विधानसभा से जीते और 17 मार्च 2017 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री की कमान सौंपी गई थी। इसके बाद मार्च 2021 में उन्होंने सीएम पद छोड़ दिया था। इसके बाद कहा जाने लगा था कि रावत को केंद्रीय के लिए तैयार किया जाएगा और 2024 में ऐसा ही हुआ। हरिद्वार से उन्हें टिकट मिला और वो विजय बनें।