नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद अमेरिका की माइनर क्रिकेट का हिस्सा बने उन्मुक्त चंद के लिए शुरुआत अच्छी नहीं रही है। पहले दो मुकाबलों में वह केवल 11 रन बना पाए हैं। उन्मुक्त सिलिकॉन वैली स्ट्राइकर्स टीम से जुड़े हैं। पहले मुकाबला सैन डिएगो सर्फ राइडर्स के खिलाफ खेला गया था और वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए। दूसरा मुकाबला East Bay Blazers के खिलाफ खेला गया और उन्मुक्त केवल 11 रन बना पाए। उनकी इस पारी में एक चौका और एक छक्का शामिल था।
भारत को साल 2012 में अंडर-19 विजेता बनाने वाला ये बल्लेबाज 28 साल की उम्र में संन्यास ले लेगा ये किसी ने सोचा नहीं था। उन्मुक्त की तुलना विराट कोहली से होने लगी थी। उन्होंने फाइनल में 111 रनों की नाबाद पारी खेली थी। इसके बाद वह टी20 चैपिंयन लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेले और उनका प्रदर्शन अच्छा रहा था। इसके बाद उन्मुक्त का बल्ला मानों उनसे रूठ गया। घरेलू क्रिकेट और आईपीएल में उनके बल्ले से बड़े स्कोर नहीं निकले।
आईपीएल में उन्होंने दिल्ली, राजस्थान और मुंबई के लिए खेला। आईपीएल के 21 मुकाबलों में चंद के बल्ले से केवल एक फिफ्टी निकली। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने दिल्ली से खेलना शुरू किया था और अंत उत्तराखंड से किया। दोनों ही जगह वह अपनी छाप छोड़ने में कामयाब नहीं हुए। हालांकि कई घरेलू क्रिकेटर्स का मानना है कि उन्मुक्त परिश्रमी बहुत हैं लेकिन मैदान पर उनकी किस्मत साथ नहीं दे रही है। घरेलू क्रिकेट में पंत ने कुल 264 मुकाबले खेले। उनके बल्ले से 18 शतक और 53 फिफ्टी निकली। उन्होंने कुल 9446 रन बनाए और 151 उनका बेस्ट रहा।