
UK Board Result: Result Conselling: Student’s Psychology:
बोर्ड परीक्षाओं के परिणाम की तिथि पास आते-आते अपने साथ विचारों और चिंताओं को भी लाती है। उत्तराखंड बोर्ड के सभी छात्रों के लिए एक बहुत बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें कि उत्तराखंड बोर्ड की सभी परीक्षाएं 16 मार्च को पूरी हो चुकी थीं। इसके बाद से ही सभी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन का कार्य हो गया था। यह मूल्यांकन का कार्य अंतिम चरण में पहुँच चुका है और कभी भी पूरा हो सकता है। जो भी छात्र अपने परीक्षा फल की प्रतीक्षा कर रहे हैं उन्हें बता दें कि परिणाम की तिथि शिक्षा विभाग ने तय कर ली है। उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा के परिणाम 30 अप्रैल को घोषित कर दिए जायेंगे।
इस बार 1.5 महीने के भीतर परिणाम घोषित करने के लिए विभाग ने सभी परीक्षकों को समय सीमा के भीतर सटीकता से मूल्यांकन की ज़िम्मेदारी सौंपी थी। बता दें कि उत्तराखंड में हाई स्कूल में 690564 और इंटरमीडिएट में 447696 उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया गया है। इन सभी उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 29 मूल्यांकन केंद्र बनाए गए थे। इन 29 मूल्यांकन केंद्रों में से 16 गढ़वाल मंडल और 13 कुमाऊं मंडल में स्थित थे। साथ ही इंटरमीडिएट उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए 1581 शिक्षकों और हाई स्कूल के लिए 1993 शिक्षक तैनात किए गए थे।
परीक्षा परिणामों के साथ-साथ कई बार तनाव और विफलता का भी छात्रों को सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में सभी अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को परिणाम स्वीकार कर मजबूत बनना और सुधार के लिए पुनः परिश्रम करना सिखाएं। मनोवांछित परिणाम ना मिलने पर बच्चों के मन को वैसे ही तनाव और विफलता से भरे विचार घेर लेते हैं। उस समय बच्चों को एक विश्वास तो चाहिए ही होता है, साथ ही अपने माता-पिता के रूप में एक दोस्त की भी आवश्यकता होती है। समाज में भी अगर किसी की विफलताओं का मजाक उड़ाया जाता है तो उस उपहास में अपनी सहभागिता से अपने लिए विफलता को आमंत्रण देने का कार्य भी उचित नहीं है। समय बदल रहा है हमें भी बदलना होगा, देवभूमि उत्तराखंड में व्यवहारिक बदलाव से देश और दुनिया का दिल जीतना होगा।






