देहरादून: कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद अब एक और बड़ा फैसला किया है। पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष पर गाज गिर गई है। कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष अकील अहमद को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से छह साल के लिए निष्कासित कर दिया है। बता दें कि अकील अहमद मुस्लिम यूनिवर्सिटी की स्थापना की मांग को लेकर चर्चा में आए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स का कहना था कि कांग्रेस को चुनाव से पहले एन मौके पर मुस्लिम यूनिवर्सिटी की चर्चाओं से नुकसान हुआ। इसकी मांग अकील अहमद ने बुलंद आवाज में की थी। अब पार्टी ने उन्हें उन्हें अनुशासनहीनता के आरोप में बाहर का रास्ता दिखाया है। पार्टी के महासचिव संगठन मथुरादत्त जोशी ने बीती शाम निष्कासन का पत्र जारी कर दिया था।
इस पत्र में साफ कहा गया है कि अकील अहमद की खराब बयानबाजी से पार्टी की छवि धूमिल हुई है। इसी कड़ी में उन्हें आठ फरवरी को कारण बताओ नोटिस भेजा गया था। लेकिन इसके बाद भी वह बयानबाजी से बाज नहीं आए। फिर इसे केंद्रीय नेतृत्व द्वारा गंभीरता से लिया गया औक अकील अहमद पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई।