हल्द्वानी: पूर्व भारतीय खिलाड़ी वसीम जाफर का प्रदेश के क्रिकेट टीम के कोच के पद से इस्तीफा क्रिकेट एडवायजरी कमेटी द्वारा मंजूर कर लिया गया है। बता दें कि मंगलवार को उत्तराखंड क्रिकेट टीम के मुख्य कोच जाफर ने अपने पद से इस्तीफा दिया था जो कि सीएयू को भेजा गया था। जिसे एसोसिएशन द्वारा एडवायजरी कमेटी को भेजा गया था।
मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा देने के बाद वसीम जाफर ने सोशल मीडिया पर भी इस बात की पुष्टि की थी। इस्तीफे के तुरंत बाद ही सीएयू द्वारा उनका इस्तीफा मंजूर किया गया था। बता दें कि मंगलवार से ही उत्तराखंड क्रिकेट जगत में भूचाल आ गया है। आरोपों और प्रत्यारोपों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है।
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बहरहाल अब इस्तीफा मंजूर होने के बाद टीम के मुख्य कोच की जगह खाली हो गई थी। जिसे अब अंडर-23 टीम के कोच मनीष झा संभालेंगे। मनीष के सामने जाफर विवाद को भुलाकर टीम को एकजुट रखने और आगामी विजय हज़ारे ट्रॉफी में बेहतर प्रदर्शन करने की चुनौती रहेगी।
सीएयू के सचिव ने कहा है कि विजय हज़ारे ट्रॉफी जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले कोच का पद खाली छोड़ना टीम के लिए नुकसानदायक हो सकता था। वैसे देखा जाए तो खिलाड़ी के तौर पर जाफर और मनीष झा की कोई भी तुलना नहीं की जा सकती। हालांकि मनीष झा कोचिंग के क्षेत्र में अनुभव रखते हैं। आपको बता दें कि मनीष झा कुछ समय पहले तक ट्रेनर के तौर पर काम कर रहे थे। बाद में उन्होंने बीसीसीआई का ए लेवल कोचिंग कोर्स किया।
मनीष झा ने कुछ समय तक कोचिंग भी की। अनुभवी होने के बाद उन्हें इसी साल उत्तराखंड में अंडर-23 टीम का कोच बनाया गया। जानकारी के अनुसार जाफर के अंतर्गत ही मनीष अंडर-23 टीम को संभाल रहे थे। लिहाज़ा अब पद छोड़ने के अगले ही दिन सीएयू ने उन्हें मुख्य कोच का पद सौंप दिया। यहां से देखना यह भी होगा कि विवादों का दौर और कितना लंबा चलता है। साथ ही इन सबका टीम के उपर क्या असर पड़ता है। बता दें कि सीनियर टीम 12 फऱवरी को चेन्नई रवाना होगी।
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