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आयुष्मान योजना से जुड़ेंगे देश के 22 हज़ार अस्पताल, उत्तराखंड वासियों को सीएम रावत का तोहफा


हल्द्वानी: प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की बढ़ती ज़रूरत को सरकार का भी भरपूर समर्थन मिल रहा है। कोविड संक्रमण रुकने का नाम नहीं ले रहा है तो कुछ लोगों का मानना है कि अस्पतालों द्वारा कोरोना के चक्कर से बाकी मरीजों पर ध्यान केंद्रित नहीं हो पा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी द्वारा चलाई गई आयुष्मान योजना इसी लिए बनाई गई थी कि लोग अपना इलाज अच्छे स्तर पर करा सकें और उनकी जेब को भी अचानक से चोट ना पहुंचे।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की तरफ से स्वास्थ्य सेवाओं और आयुष्मान योजना को लेे कर एक बड़ा एलान सामने आ रहा है। दरअसल उन्होंने कहा है कि अटल आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश में अब तक 173 के करीब अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज की सेवाएं दी जा रही थीं, लेकिन अब इस योजना का लाभ प्रदेश वासी देश के करीब 22 हजार अस्पतालों में उठा सकेंगे। बता दें कि गोल्डन कार्ड के माध्यम से तकरीबन 5 लाख रुपए तक का इलाज मुफ्त किया जा सकेगा।

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मुख्यमंत्री रावत ने हाल में किए रुद्रपुर के एकदिवसीय दौरे पर सहकारिता विभाग के एक कार्यक्रम में शिरकत की। जहां उन्होंने सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न तरह की योजनाओं का विवरण दिया। उन्होंने कहा कि अटल आयुष्मान योजना के तहत अब तक 173 अस्पतालों में गोल्डन कार्ड के माध्यम से लोग इलाज करा रहे थे, लेकिन अब उत्तराखंड सरकार द्वारा देश के 22 हजार से अधिक अस्पतालों को सूचीबद्ध कर लिया गया है। सीएम रावतने कहा कि लोगों को ज़्यादा से ज़्यादा और बेहतर से बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना सरकार का लक्ष्य है।

यह काम हो जाने के बाद उत्तराखंड वासियों को खासा राहत मिलने की उम्मीद है। बता दें कि अब प्रदेश वासी पूरे देश के विभिन्न अस्पतालों में नि:शुल्क इलाज करवा सकते हैं। उत्तराखंड सरकार द्वारा देश के सभी सूचीबद्ध हॉस्पिटलों में आयुष्मान योजना के तहत गोल्डन कार्ड के जरिए 5 लाख रुपए तक का इलाज कराना संभव हो जाएगा। मुख्यमंत्री रावतने बताया कि उधम सिंह नगर, हरिद्वार और अल्मोड़ा में मेडिकल कॉलेजों का निर्माण किया जा रहा है। तीनों मेडिकल कॉलेजों के लिये धनराशि भी जारी कर दी गयी है। रावत के मुताबिक जल्द ही तीनों मेडिकल कॉलेज जनता के इलाज में लगा दिए जाएंगे।

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