हल्द्वानी: रविवार को देवभूमि ने अपने एक ऐसे बेटे को आखिरी सलाम किया, जिसने उसका नाम इतिहास के पन्नों में अमर कर दिया है। जम्मू कश्मीर के नौशेरा लाम सेक्टर में पाकिस्तान की गोलाबारी में शहीद हुए जवान विकास गुरुंग का पार्थिव शरीर ऋषिकेश स्थित गुमानीवाला पहुंचा। बेटे को तिरंगे में लिपटा देख पूर्व सैनिक पिता रमेश गुरुंग अपने आंसू नहीं रोक पाए। उन्होंने बताया कि उनका बेटा बहुत होनहार था और उसमें सेना में भर्ती होकर देश सेवा की ललक थी। विकास की शहादत के बाद गमजदा माता बीना गुरुंग और बहन पूनम गुरुंग गुमसुम स्थिति में हैं। पूरे क्षेत्र में मातम छा गया है।
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पूर्व सैनिक पिता रमेश गुरुंग ने कहा कि अब पानी सिर से ऊपर जा रहा है। हमारे देश के सैनिक अपनी जान गंवा रहे हैं लेकिन केंद्रीय सरकार चुप बैठी हुई है। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि पाकिस्तान के साथ एक बार फिर से आर-पार की लड़ाई लड़ी जाए।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की नापाक हरकत के कारण कभी किसी के पिता, कभी पति, तो कभी बेटे का पार्थिव शरीर तिरंगा में लिपटा हुआ आ रहा है। उन्होंने साफ किया कि सरकार को इस विषय में ठोस कदम उठाना चाहिए। पाकिस्तान को उसकी भाषा में जवाब देना जरूरी है।
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बता दें कि पाकिस्तान की ओर से बॉर्डर में लगातार फायरिंग हो रही है। इसी फायरिंग की आड़ में आंतकवादियों को भारत में घुसने की सहायता की जा रही है। विकास के अलावा उत्तराखण्ड के मानवेंद्र रावत की आंतकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हुए थे और उन्होंने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था। पाकिस्तान की ओर से हो रही इस नापाक हरकत भारतीय सैनिकों के लिए घातक साबित हो रही है। पूरा देश पाकिस्तान से बदला लेना चाहता है। ईद के पावन पर्व में दुनिया में अमन का संदेश देने वाला पाकिस्तान सीज़फायर उल्लंघन कर रहा है।