देहरादून:किसी ने सच कहा है “सफलता स्वंय चलकर नहीं आती ,हमें अपनी मेहनत के दम पर उस तक पहुँचना पड़ता है।”और फिर यूँ ही तो नहीं मिल जाती किसी राही को मंजिल एक जुनून सा दिल में जगाना होता है। अपने इसी जुनून के दम पर उत्तराखण्ड के छोटे से जिले अल्मोड़ा के तिलकपुर बगीचा निवासी लक्ष्य सेन ने दुनिया को देश का नंबर वन बैटमिंटन खिलाड़ी बन कर दिखा दिया।
बैटमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया की मार्च महीने की रैंकिग में उत्तराखण्ड के अनुभवी युवा बैटमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने 8 स्थानों की उछाल लेकर नंबर वन रैंक हासिल की है।जूनियर वर्ल्ड नंबर एक बनने के साथ ही बीएआई की हर वर्ग में रैंकिग में नंबर एक बनने वाले खिलाड़ी भी बन गए हैं।अल्मोड़ा के लक्ष्य की उपलब्धियों की गिनती उसकी उम्र से काफी बड़ी हैं। लक्ष्य 2020 के लिए तैयार हो रहे युवा बैडमिंटन खिलाड़ियों में से एक हैं। स्पोर्टस अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टाॉप्स योजना में शामिल लक्ष्य एकमात्र जूनियर खिलाड़ी हैं ।
बैडमिंटन एसोसिएशन ऑफ इंडिया की मार्च महीने की सीनीयर वर्ग की रैंकिंग में लक्ष्य सेन ने 2145 अंकों के साथ 8 स्थानों की उछाल लेकर पहला स्थान हासिल किया है।इससे पहले लक्ष्य अंडर-19, अंडर -17, अंडर -15 और अंडर-13 वर्ग की रैंकिंग में भी पहले स्थान पर रह चुके हैं । वहीं उत्तराखण्ड के लिए खेल रहे बोधित जोशी 1936 अंक के साथ चौथे स्थान और एएआई के लिए खेल रहे चिराग सेन पांचवे स्थान पर मौजूद है। अपने नाम की तरह ही एकाग्र लक्ष्य हर वर्ग में नंबर वन रहने वाले एकमात्र सफल खिलाड़ी भी बन गए हैं । उम्मीद है कि विश्व पटल पर लक्ष्य इसी तरह देवभूमि का गौरव बढ़ाते रहेंगें।