भवाली: नीरज जोशी: मानसून के आगमन से पर्यटक उत्तराखंड से मुंह मोड़ने लगे हैं। मानसूनी वर्षा का असर भवाली-भीमताल के पर्यटन सीजन में भी देखने को मिल रहा है। अन्य वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष पर्यटक जल्दी लौटता दिखाई दे रहा है। क्षेत्र में वर्षा अधिक होने के कारण पर्यटक वापस हो रहे है। ये स्थानीय पर्यटन व्यवसायी को निराश कर रहा है। विगत दिनों पहले पिथौरागढ़ में हुई मानसून की पहली वर्षा ने कई घरों दुकानों को नुकसान पहुचाया है, जिसके चलते पर्यटको को उत्तराखंड से मोह मोड़ने को मजबूर होना पड़ रहा है। सीजन शुरू होते ही जहाँ यातायात बाधित होने से पर्यटक यह सीजन परेशान रहे, वही अब सीजन के मध्य में ही पर्यटन का मोह मोड़कर जाना सरोवरनगरी व आस पास के क्षेत्रों के लिए सोचनीय विषय है।
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यह सीजन जिस तरह पर्यटको को परेशानी का सामना करना पड़ा। उससे लगता है आगामी सीजन में पर्यटन उत्तराखंड आने से पहले सोचने को मजबूर होगा।इस पर व्यापारियों का प्रशासन के खिलाफ नाराजगी जताना जाहिर है। प्रशासन ने जिस तरह की कवायद इस वर्ष पर्यटको को लुभाने के लिए की थीं, वह सब धरातल पर धरी की धरी रह गई। अब प्रशासन के पास जवाब देने के लिए कुछ राह नही गया है। कार्निवल व अन्य महोत्सवों के द्वारा पर्यटको को लुभाने की जो कोशिस प्रशासन ने की वह सबके सामने खुलकर सामने आई है जो उत्तराखंड के व्यवसाइयो के लिए घातक साबित हो सकता है। साथ ही पर्यटक व्यवसाईओ का कहना है जहाँ वर्षा होने से काश्तकार खुश है वही पर्यटको की वापसी के कारण पर्यटन व्यवसाय कम है हो गया है। प्रशासन ने जितनी जोर लगाकर पर्यटको को लुभाने के लिए कार्य किये वो सफल नही हो सके आगामी सीजन के लिए सरकार व शासन प्रशासन को काम करने की जरूरत है, अगर इसी तरह की सेवाएं पर्यटको को मिलती रहे तो पर्यटक यहां आने से मोह मोड़ लेगा।