हल्द्वानी: विजय हजारे ट्रॉफी में टीम उत्तराखण्ड ने बुलेट ट्रेन की रफ्तार से अपने प्रदर्शन को सुधारा है। पहले मैच में हार का सामने करने वाली टीम उत्तराखण्ड ने अगले चार मैचों में विरोधियों को एकतरफा मात दी। मंगलवार को मिजोरम के खिलाफ भी टीम का शानदार प्रदर्शन जारी है। पहले बल्लेबाजी करने उतरी उत्तराखण्ड की टीम ने निर्धारित 50 ओवर में 321 रन बनाए।
सलामी बल्लेबाज करनवीर कौशल एक बार फिर विरोधी गेंदबाजों के लिए आफत बनें। उन्होंने मात्र 86 गेंदों में 118 रनों की पारी खेल इतिहास रचा। वो विजय हजारे में उत्तराखण्ड के लिए दो शतक जमाने वाले पहले बल्लेबाज बना गए है। करनवीर ने अपनी इस पारी में 14 चौके और 4 छक्के जमाए। उनकी पारी के बदौलत टीम उत्तराखण्ड के बल्लेबाजों को अच्छा मूमेंटम मिल गया, जिस वजह से टीम 321 रनों के विशाल स्कोर तक पहुंच पाई। गौरतलब है कि उत्तराखण्ड पहली बार भारतीय घरेलू क्रिकेट में हिस्सा ले रही है और उसके खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। करनवीर ने इससे पहले पॉडिचेरी के खिलाफ 101 रनों की पारी खेली थी।
करनवीर के अलावा सौरभ रावत भी मिजोरम के खिलाफ शानादर लय में दिखे। उन्होंने मध्यक्रम में एक बार फिर ताबड़तोड़ बल्लेबाजी का नमूना पेश किया और 61 रनों की पारी खेली। विजय हजारे ट्रॉफी में सौरभ की यह दूसरी फिफ्टी है। नागालैंड के खिलाफ उन्होंने 60 रनों की पारी खेली थी।
अंत के ओवरों में मंयक मिश्रा भी विरोधी गेंदबाजों के लिए आफत बने और मात्र 28 गेंदों में 41 रनों की पारी खेली। वहीं बल्लेबाजी में रंगाराजन 26 और दीपक धपोला ने 18 रनों का योगदान दिया। लक्ष्य का पीछा करने उतरी मिजोरम की शुरुआत अच्छी नहीं रही है। उसने 13 रन पर अपने दो विकेट खो दिए है। दीपक धपोला ने दोनों बल्लेबाजों को शिकार बनाया। खबर लिखे जाने से मिजरोम ने 10 ओवर में 2 विकेट के नुकसान पर 24 रन बना लिए थे।