देहरादून: परिवहन निगम एक बार फिर चर्चा का विषय बना हुआ है। उत्तराखंड के परिवहन मंत्री ने निगम के प्रबंध निदेशक के आदेशों पर तत्काल रूप से रोक लगा दी है। दरअसल प्रबंध निदेशक के पद से रिलीव होने से पहले आईएस रंजना राजगुरु ने 14 अधिकारियों के ताबड़तोड़ तबादले कर दिए थे। जिसे अब परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने रोक दिया है।
गौरतलब है कि शनिवार को आईएएस रंजना राजगुरु के पद छोड़ने से ठीक बाद यह खबर आई कि रोडवेज में 14 अधिकारियों के तबादले कर दिए गए हैं। बकायदा यह आदेश सार्वजनिक हुए। जिसके बाद पूरे उत्तराखंड में बवाल की स्थिति उत्पन्न हो गई। इन आदेशों में चार अधिकारियों को मनचाही तैनाती दी थी जहां वह कुछ साल पहले भी तैनात रह चुके थे।
इसके बाद विवाद होना तो आम बात थी और ऐसा हुआ भी। तबादलों पर विवाद हुआ तो रविवार सुबह परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने परिवहन सचिव को फोन किया और सभी 14 अधिकारियों के तबादले पर रोक लगा दी। रंजना को शासन ने शुक्रवार देर रात परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक से हटाकर नवीन स्थान पर तैनाती दी थी।
ताज्जुब की बात यह भी है कि आईएएस रंजना राजगुरु ने शनिवार की दोपहर प्रबंध निदेशक का पद छोड़ा था। जबकि अधिकारियों के तबादले का आदेश शनिवार की शाम को सार्वजनिक किया गया। बता दें कि आदेश में 22 अप्रैल शुक्रवार की तिथि दर्ज थी चर्चा का विषय यह बात भी बन रही है की आईएएस रंजना की ओर से तबादला आदेश बैक डेट में जारी किया गया।