नई दिल्ली: उत्तराखण्ड बागेश्वर के रहने वाले मनीष पांडे दूसरे टी-20 मैच के बाद से सुर्खियों में है। पहले टी-20 में 27 गेंदों में 29 रनों की पारी खेलने पर सोशल मीडिया पर लोगों ने उनकी खूब आलोचना की लेकिन पांडे ने उसका जवाब अपने बल्ले से दिया। दूसरे मैच में 79 रनों की शानदार पारी ने पहाड़ के मनीष पांडे को क्रिकेट की दुनिया में एक नया नाम दे दिया है। उनको ‘मिस्टर स्लो’ कहने वाले अब उन्हें दक्षिण अफ्रीका में मिस्टर नॉटआउट कहे जाने लगे हैं।
मनीष ने सेंचुरियन में 48 गेंदों पर नाबाद 79 रन से टीम इंडिया में कम से कम टी-20 में अगले कुछ मैचों में जरूर अपनी जगह को पक्की कर लिया है। सेंचुरियन में पांडे बहुत ही ज्यादा दबाव के साथ उतरे थे। और उन्होंने इस शानदार पारी से इसे दूर किया। वहीं पहले मैच में उनका 107.40 के स्ट्राइक रेट था। पांडे को लोग ‘मिस्टर स्लो’ कहने लगे। इसकी वजह ये भी है कि पांडे का घरेलू क्रिकेट में औसत भले ही शानदार हो लेकिन उनकी रन बनाने की गति काफी स्लो रही है।
2018 108.33
2016-17 नहीं खेले
2015 78.72
2014 109.21
2013 107
आईपीएल 2009 (आरसीबी के लिए): 2*, 114*, 48, 4
त्रिकोणीय सीरीज (भारत ए के लिए, 2017): 55, 41*, 86*, 93*, 32*
टी-20 सीरीज (2018): 29*, 79*
बता दें कि सेंचुरियन का यह वो ही मैदान है जहां पर पांडे ने बतौर भारतीय पहला टी-20 शतक जमाया था। साल 2009 के आईपीएल सीजन दो में पांडे ने आरसीबी के लिए खेलते हुए 114 रनों की नाबाद पारी खेली थी। उस वक्त तक भारत के लिए कोई लीग या कोई इंटरनेशनल मैच में टी-20 में किसी खिलाड़ी ने शतक नहीं जमाया था। वहीं भारत के लिए टी-20 में पहला इंटरनेशनल शतक सुरेश रैना ने नाम है। उन्होंने 2010 वर्ल्ड टी-20 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ शतक जमाया था।