हल्द्वानी: लालच इंसान का सबसे बड़ा दुश्मन है। पैसे के लालच के आगे बड़े से बड़ा रिश्ता तबाह हो जाता है। देहरादून से एक ऐसी घटना का खुलासा हुई है जिसका कारण पूरा फिल्मी लगता है। आपने फिल्मों में सुना होगा कि इंश्योरेंस के पैसों के लिए हत्या को अंजाम दिया जाता है लेकिन देहारदून में एक पति ने इस हकीकत में बदल दिया है।
दोनों की लव मैरिज
राजधानी देहरादून के पटेलनगर थाना का है। आरोपी पति आकाश ठक्कर ने पत्नी विधि ठक्कर के इंश्योरेंस के 60 लाख रुपए हड़पने के लिए 5 लोगों के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया। यह घटना एक साल पहले 23 अप्रैल की है। पकड़े जाने के डर से उसने पत्नी का अंतिम संस्कार बिना किसी को बताए कर दिया। दोनों की साल 2014 प्रेम विवाह हुआ था, लेकिन ये रिश्ता ज्यादा दिन तक नहीं चला। जनवरी 2017 में दोनों के बीच तलाक हो गया लेकिन बेटे वत्स ठक्कर के होने के कारण दोनों एक साथ ही रहते थे।
दूसरी शादी की बात आई सामने
थाना पटेलनगर क्षेत्रान्तर्गत टर्नर रोड़ पर नीतू उर्फ विधि पत्नी आकाश ठक्कर निवासी टर्नर रोड़ ने साल 2014 में प्रेम विवाह किया था। दोनों की यह दूसरी शादी थी। विधि ठक्कर के पहले पति का नाम अमित शाह था तो आकाश की पहली पत्नी का नाम साक्षी। एक दूसरे से शादी करने से पहले दोनों ने तलाक ले लिया था।
बिना किसी को बताए कर दिया अंतिम संस्कार
साल 2017 अप्रैल में विधि की अचानक मौत हो गई। पति आकाश ने बिना किसी को बताए विधि का अंतिम संस्कार भी कर दिया। मृतक की मां पुष्पा देवी को अाकाश की इस हरकत पर जब शक हुआ था उसने 8 महीने के बाद एसएसपी से मामले की जांच करने की मांग की और उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया। वहीं आकाश अपनी पत्नी की मौत के पीछे ब्रेस्ट कैंसर को वजह बता रहा था।
हत्या को बना दिया ब्रेस्ट कैंसर
पुलिस ने जांच शुरू कि चौकाने वाला खुलासा सामने आया । जांच ने पाया कि आकाश ठक्कर ने तलाक लेने के बाद 5 अप्रैल 2017 को विधि ठक्कर का 60 लाख का इश्योरेंस करवाया गया था, जिसमें उसने खुद को नोमिनी बनाया है। विधि ठक्कर की मौक के ठीक 15 दिन बाद आकाश ठक्कर ने वहीं 60 लाख रूपये पाने के लिये इश्योंरेंस क्लेम फार्म भरकर आईसीआईसीआई कम्पनी को दिया गया। जांच की डर से कुछ समय बाद उक्त क्लेम लेने से आकाश ठक्कर ने मना कर दिया, जिसके लिये उसने बताया कि विधि ठक्कर को ब्रेस्ट कैंसर था।
पुलिस को आरोपी ने बताई पूरी कहानी
आरोपी आकाश ने पुलिस को बताया कि साल 2016 में विधि का किसी और युवक से अफेयर चल रहा था।वो अपने पूर्व पति से भी मिलने लग गई थी जिससे वो परेशान रहता था। इसके बाद दोनों ने तलाक ले लिया। ये बात भी सामने आई है कि विधि ने अपने पहले पति से 15 लाख रुपए लिए थे जिसमें से 9 लाख आकाश को दे दिए थे और वो अपने पैसे वापस करने की मांग करने लगी थी।जिसके बाद उसने उसे मारने की प्लानिंग की। उसकी मदद उसके सहारनपुर के दोस्त अखिल ने की और मौत से पैसे कमाने के लिए बीमा कराने के कहा। इसके बाद उसने 60 लाख का term Insurance अप्रैल 2017 में करवा दिया, जिसका नॉमिनी वह स्वयं ही बन गया।
ऐसे की विधि की हत्या
इसके बाद अखिल ने आकाश की मुलाकात डॉक्टर अंकुर सहारनपुर से करायी, जिसने आकाश को बताया कि वह धीरे-धीरे जहर देगा जिससे विधि की मौत हो जाएगी। फिर अंकुर ने कुछ गोली आकाश को दी गई जो उसने विधि को माह जून 2017 देनी शुरू कर दी। इससे विधि की तबीयत खराब हो गई, उसे मैक्स हॉस्पिटल में योजना के मुताबिक भर्ती किया गया। फिर मैक्स हॉस्पिटल में आकाश ने अखिल एवं विक्रांत के माध्यम से अंकुर ने दिए गए इंजेक्शन को लगाकर विधि की हत्या कारित करने का प्रयास किया गया लेकिन वह उसमें सफल नहीं हो सके।इसके बाद फिर आकाश ने अखिल के माध्यम से सूर्या नर्सिंग होम मोदीपुरम मेरठ में कंपाउंडर कपिल उर्फ कुलदीप एवं राजेंद्र से संपर्क कर पुनः योजना बनाई गयी। योजना के मुताबिक 22 जुलाई 2017 कि रात को विधि ठक्कर को पहले ग्लूकोस की ड्रिप में नशे के इंजेक्शन दिए गए और रात को 3:30 बजे के आसपास आकाश के कमरे में कपिल एवं विक्की ने जाकर तकिये से विधि का मुंह दबा कर उसकी हत्या कर दी। इस पूरे षड्यंत्र के लिए आकाश ठक्कर द्वारा सभी अभियुक्तों को 4 लाख की सुपारी दी गई थी। आकाश और अखिल के बीच यह भी तय किया गया था कि अगर इंश्योरेंस क्लेम 55 लाख मिलेगा तो अखिल उसमें से 15 लाख देगा और अगर 50 लाख मिलेंगे तो 10 लाख रुपए देगा।