हल्द्वानी: उत्तराखण्ड के दिन बदलने वाले हैं। दिल्ली विधानसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद आम आदमी पार्टी उत्तराखण्ड की ओर रुख कर रही है। इन चुनावों में जीत ने पार्टी के मनोबल को बढ़ा दिया है और अब वह अन्य राज्यों के चुनावी मैदान में उतरने की रणनीति पर काम कर रही है। आम आदमी पार्टी का अगला प्लान उत्तराखण्ड है। दिल्ली की तर्ज पर उत्तराखंड में होने वाले विधानसभा चुनाव में बिजली, पानी, शिक्षा के मुद्दे पर सभी 70 सीटों पर लड़ने का फैसला किया है। बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी के 62 विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं।
इस बारे में उत्तराखंड के आम आदमी पार्टी के प्रभारी राकेश सिन्हा ने मंगलवार को बताया कि पार्टी ने राज्य में विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।आम आदमी पार्टी ने बिजली, पानी और शिक्षा के मुद्दे पर सभी 70 सीटों पर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसके साथ ही मंगलवार को उत्तराखंड में आम आदमी पार्टी ने अपने सदस्यता अभियान की शुरुआत कर दी।देहरादून में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आम आदमी पार्टी ने उत्तराखंड में पार्टी से लोगों को जुड़ने के लिए एक नंबर 9871010101 भी लॉन्च किया।
राकेश सिन्हा ने कहा कि प्रदेश के लिए अभी तक न कांग्रेस बेहतर काम कर पाई है और न ही बीजेपी. इसलिए प्रदेश को तीसरे विकल्प की जरूरत है। उत्तराखंड की सरकार में राजनीतिक ईमानदारी की आवश्यकता है। हम संगठन को मजबूत करेंगे। बिजली, पानी और शिक्षा के सवाल पर राकेश सिन्हा का कहना है कि उत्तराखंड में उन्हें जनता मौका दे तो वो इन्हीं मुद्दों पर चुनाव लड़ेंगे. कुल मिलाकर आगामी विधानसभा चुनाव में आप पार्टी के उतर जाने से मुकाबला त्रिकोणीय होने के साथ-साथ रोचक भी हो जाएगा।