नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया सीरीज को विश्वकप से पहले टीम इंडिया का ट्रायल कहा जा रहा है। इस सीरीज़ में अपने प्रदर्शन से चयनकर्ताओं को लुभाने वाले खिलाड़ी को इंग्लैंड का टिकट मिलेगा। ऋषभ पंत, केएल राहुल विजय शंकर और रविंद्र जडेजा इस रेस में शामिल है। सबसे ज्यादा चर्चा में ऋषभ पंत है क्योंकि पूरा विश्व जगत उन्हें भारत का एक्स फैक्टर बोल रहा है।
भारत के दर्जनों पूर्व खिलाड़ियों ने पंत को विश्वकप का टिकट मिलने के पक्ष में बात कही है। वहीं चयनकर्ताओं ने साफ किया है कि विश्वकप का चयन प्रदर्शन के आधार पर ही किया जाएगा। पांच मैचों की सीरीज का चौथा वनडे मोहाली में खेला जाएगा। सीरीज की स्कोर लाइन 2-1 से भारत के पक्ष में है। चौथे वनडे में पंत को मौका मिलेगा क्योंकि धोनी को आखिरी दो वनडे के लिए आराम दिया गया है। पंत की बल्लेबाजी को लेकर पूरा देश उत्साहित है और चाहता है कि इस ताबड़तोड़ बल्लेबाज को विश्वकप का टिकट मिलना चाहिए।
ऋषभ पंत के लिए साल 2018 किसी सपने से कम नहीं रहा है। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 38 गेंदों पर 116 रन की तूफानी पारी खेली थी। इस पारी के बाद उन्होंने पिछले मुड़कर नहीं देखा। आईपीएल 2018 में उन्होंने 14 पारियों में 684 रन बनाए। इसके बाद उन्हें इंग्लैड दौरे के लिए चुना गया जहां विकेट के पीछे और बल्लेबाजी में उन्होंने कई रिकॉर्ड स्थापित किए।
फिर तो यह बल्लेबाज रुका ही नहीं वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज और ऑस्ट्रेलिया में रुड़की के ऋषभ ने जो किया उसका दिवाना पूरा देश बन गया। सीमित ओवर्स में पंत अभी तक खुद को स्थापित नहीं कर पाए है। तीन वनडे में उन्होंने केवल 41 रन बनाए हैं। वहीं 15 टी-20 में उनके बल्ले से 233 रन निकले है जिसमें केवल एक फिफ्टी है। रिकॉर्ड भले ही पंत के साथ नहीं हो लेकिन फैंस को पूरी उम्मीद है कि वो इस बाधा को पार कर लेंगे।