देहरादूनः मुरादनगर में शनिवार देर रात को हुए कार हादसे में देहरादून की दो छात्राओं लापता हो गई हैं। दोनों छात्राएं अपने चार दोस्तों के साथ घर से बिना बताए ही मथुरा घूमने के लिए निकली थीं। हादसे में दो छात्र तो बच गए। वहीं चार अभी भी लापता हैं। दोनों छात्राएं उत्तरांचल यूनिवर्सिटी, देहरादून में बीबीए की पढ़ाई करती हैं।
बता दें कि मुजफ्फरनगर की राधिकापुरम कॉलोनी निवासी हिमांशु कुमार (20) पुत्र सुखबीर सिंह शनिवार शाम अनमोल (18) पुत्र प्रदीप कुमार व निशांत चौधरी (20) पुत्र नरेंद्र निवासी जाट कॉलोनी मुजफ्फरनगर, हर्षित (18) पुत्र नरेंद्र निवासी कोकड़ा मुजफ्फरनगर, कनिका बिंदल (21) पुत्री राजकुमार बिंदल निवासी पटेलनगर और सृष्टि जोशी (20) पुत्री अरुण जोशी निवासी गौतम विहार देहरादून के साथ एक्सयूवी कार से दिल्ली के लिए चला था। अनमोल और हर्षित 12वीं के छात्र हैं। हर्षित और अनमोल ने बताया कि शनिवार को अचानक मथुरा घूमने का प्लान बना। देहरादून से निशांत, हिमांशु, कनिका और सृष्टि आ रहे थे। उन्होंने अनमोल और हर्षित को मुजफ्फरनगर से अपने साथ कार में बैठा लिया। वे दिल्ली के लिए निकले तो रास्ते में कोहरे के कारण गंगनहर पटरी पर खड़ी कार दिखाई न देने के कारण उनकी कार, दूसरी कार को टक्कर मारते हुए गंगनहर में जा गिरी। नहर में गिरते ही कार की खिड़की खुल गई और उसमें सवार हिमांशु, निशांत, कनिका, सृष्टि पानी के तेज बहाव में बह गए। अनमोल व हर्षित तैरकर नहर से बाहर आ गए।
युवकों ने बताया कि रात में दिल्ली रुकते और अगले दिन मथुरा जाते। नहर में बही सृष्टि निवासी गौतमविहार और कनिका निवासी पटेलनगर देहरादून उत्तराखंड यूनिवर्सिटी से एमबीए कर रही है। निशांत कृषि विभाग में क्लर्क के पर पद तैनात हैं। हिमांशु देहरादून में बीसीए प्रथम वर्ष का छात्र है। सृष्टि के चाचा अरविंद जोशी का कहना है कि सृष्टि शनिवार घर से बाजार के लिए कहकर निकली थी। सुबह उसने कहा था कि वह शाम तक वापस आ जाएगी। लेकिन, रात तक परिवारवाले इंतजार करते रहे। कनिका अपने दोस्तों के साथ हॉस्टल से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी। हादसे की सूचना आते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया।