लॉकडाउन के बीच श्रद्धालुओं के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। लॉकडाउन में छूट मिलने के बाद सोमवार से मां पूर्णागिरि के कपाट खुले और विधि विधान से पूजा पाठ शुरू हुआ। हालांकि कपाट खुलने के बाद पहले दिन कोई भी श्रद्धालु दर्शन के लिए नहीं पहुंचा। केंद्र सरकार द्वारा आठ जून से धार्मिक स्थलों को खोलने की छूट का अधिकार राज्य सरकारों को दिए जाने के बाद मंदिर समिति ने एक सप्ताह पहले से ही कपाट खोलने की तैयारी पूरी कर ली थी। शासन की गाइड लाइन के अनुसार सोमवार से मंदिर, मस्जिद समेत पर्यटक स्थल खोलने के आदेश मिलने के बाद मंदिर के कपाट खोले गए।
बता दें कि फिलहाल केवल उत्तराखण्ड के लोगों ही मां पूर्णागिरी के दर्शन कर सकेंगे।राज्य के बाहर के श्रद्धालुओं के लिए फिलहाल अभी दर्शन नही कर सकेंगे। राज्य और राज्य के बाहर के वो लोग जो माँ पूर्णागिरि के दर्शन करने के लिए आ नही पाते हैं वे लोग लाइव आरती द्वार मां पूर्णागिरी का आर्शीवाद ले सकेंगे।
पूर्णागिरि मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन पांडेय का कहना है कि मंदिर के कपाट खोल दिए गए हैं। 15 जून तक सरकारी मेला रहता है। इसकी देखरेख प्रशासन करता है। प्रशासन की ओर से जो भी दिशा निर्देश मिलेंगे उनका पालन किया जाएगा। कोरोना के चलते पूर्णागिरि मेले को 18 मार्च को शासन के आदेश के बाद स्थगित कर दिया गया था। इसके बाद मंदिर के कपाट बंद कर दिए गए थे। एसडीएम दयानंद सरस्वती का कहना है कि पूर्णागिरि में बाहरी राज्यों से कोई भी श्रद्धालु दर्शन को नहीं आ सकता। जब तक कोई नई गाइड लाइन नहीं मिलती है। तब तक उत्तराखंड के लोग ही दर्शन कर सकते हैं। लेकिन दर्शन करने आए श्रद्धालुओं को लॉकडाउन के नियमों का पालन करना होगा।