देरहादूनः राजधानी दून से एक मामला सामने आया है जिसने सभी के होश उड़ा दिए हैं। जहां एक गर्भस्थ शिशु की संदिग्ध मौत का मामला सामने आया है। तंत्रमंत्र के चक्कर में परिवार ने बच्चे की बलि दे दी। झारखंड निवासी 20 वर्षीय युवती मां और अन्य परिजनों के साथ रायपुर और नेहरू कॉलोनी थाना क्षेत्र में रहती है। मंगलवार देर रात परिवार ने 108 एंबुलेंस को सूचना दी कि उनकी बेटी के पेट में दर्द हो रहा है। इसके बाद युवती गांधी शताब्दी अस्पताल पहुंचाया गया।
रात्रि ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर ने युवती को लेबर रूम में भर्ती किया। युवती की मां ने डॉक्टर को जानकारी दी कि पिछले तीन महीने से युवती के मासिक धर्म में गड़बड़ी हो रही है। जिसके चलते वह परेशान है। उन्होंने डॉक्टर से अनुरोध किया कि वह एक इंजेक्शन लगाकर उसको घर भेज दें।
डॉक्टर को मरीज की मां की बातों पर शक हुआ तो उन्होंने पुलिस को मामले की जानकारी दी।डालनवाला कोतवाली पुलिस हॉस्पिटल पहुंची और मां से पूछताछ की तो वह डरने लगी। सख्ती के बाद वह बाहर से दो बैग लेकर आई। एक में मृत शिशु और दूसरे में कुछ मांस के टुकड़े थे युवती के साथ आई मां का कहना था कि वह झारखंड के रहने वाले हैं और तंत्र मंत्र में विश्वास करते हैं। उसका कहना था कि तंत्र विद्या को सिद्ध करने के लिए ही उन्होंने नवजात की बलि दी है।
जिला गांधी शताब्दी अस्पताल की प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ. भागीरथी जंगपांगी ने बताया कि डॉक्टरों ने युवती की स्थिति को देखते हुए उसे उचित इलाज दिया। उसे अस्पताल में ही भर्ती किया गया है। जबकि उसके साथ हुई किसी भी घटना के बारे में तफ्तीश के लिए डालनवाला पुलिस को लिखित में शिकायत दे दी गई है। डालनवाला इंस्पेक्टर मणिभूषण श्रीवास्तव ने बताया कि मामले की गहनता से छानबीन की जा रही है। हालांकि, पोस्टमार्टम में बच्चे की मौत जन्म से पहले ही होने की पुष्टि हुई है।