सितारगंज: राज्य के कोविड सेंटर्स से मरीजों के भागने की घटनाए लगातार सामने आ रही है। एक बार एक मामला सामने आया है और 4 कैदी पुलिस को चकमा देकर भाग निकले। इस तरह के बढ़ते मामले सुरक्षा व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। सितारगंज सेंट्रल जेल से रुद्रपुर लाए गए तीन कोरोना पॉजिटिव कैदी कोविड अस्पताल की खिड़की तोड़कर फरार हो गए। तीनों आरोपी आजीवन कारावास की सजा काट रहे थे।
यह भी पढ़ें: उत्तराखंड में अब कोई पाबंदी नहीं, साहसिक पर्यटन गतिविधियां भी हरी झंडी
मामला शनिवार तड़के दो बजे का बताया जा रहा है। रुद्रपुर मेडिकल कॉलेज के कोविड केयर अस्पताल में हत्या में आजीवन कारावास की सजा पाए आनंद निवासी ग्राम मछरिया मुरादाबाद, गौरव पाल निवासी जाख चौपाया घट्टी मछोड अल्मोड़ा और 10 साल की सजा पाने वाले देवेंद्र धानुक निवासी वार्ड 08 थाना चैनपुर जिला बजरंग नेपाल को भर्ती कराया गया था। कुछ ही देर बाद तीनों बाथरूम पहुंचे और खिड़की तोड़कर फरार हो गए। मामले की सूचना जैसे ही पुलिस को मिली तो हड़कंप मच गया।
यह भी पढ़ें: हरियाणा समेत 5 राज्यों में दौड़ेंगी उत्तराखंड की बसें,सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने दी मंजूरी
एसपी क्राइम प्रमोद कुमार, एसपी सिटी देवेंद्र पिंचा, सीओ अमित कुमार, थानाध्यक्ष पंतनगर मदन मोहन जोशी और सिडकुल चौकी इंचार्ज अनिल उपध्याय पुलिस टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और जानकारी ली। जांच के लिए हॉस्पिटल में लगे सीसीटीवी खंगाले गए। पुलिस ने तीनों की तालाश शुरू कर दी है। इसके अलावा एक अन्य कैदी जो बाइक चोरी के आरोप में जेल में बंद था वह भी किच्छा रोड स्थित आनंदम होटल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर से भाग निकला। आरोपी की पहचान धर्मपाल पुत्र निरंजन लाल निवासी हटा गोटिया थाना अमरिया पीलीभीत उत्तर प्रदेश हाल निवासी मछली बाजार के रूप से हुई है। जानकारी के अनुसार आरोपी को 18 सितम्बर को थाना ट्रांजिट कैंप में बाइक चोरी के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया गया था। एक दिन बाद उसके सैंपल पॉजिटिव आए तो उसे एक होटल में लाया गया था।
चारों आरोपियों के भागने के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं। हत्या के आरोपी खुले में घूम रहे हैं। वह कोरोना संक्रमित भी हैं और कई लोगों को संक्रमित कर सकते हैं। अन्य जिलों से भी इस तरह के लगातार मामले सामने आ रहे थे इसके बाद भी लगाता है गंभीरता दिखाने में प्रशासन से चूक हुई है।