देहरादून: राज्य में बारिश ने कोहराम मचाया हुआ है। नदियां उफान पर हैं और कई लोगों की मौत हो गई है। राहत सामग्री लोगों तक पहुंचाई जा रही है। इसी बीच उत्तरकाशी में एक और हेलीकॉप्टर क्रैश होने की खबर सामने आ रही है। मीडिया में आ रही खबर के अनुसार दो दिन पूर्व हेलीकॉप्टर क्रैश हादसे के बाद शुक्रवार को दोबारा हेलीकॉप्टर के जरिए लोगों तक राहत सामग्री पहुंचाने का काम शुरू किया गया। आर्यन एविएशन कंपनी के हेलीकॉप्टर द्वारा आराकोट के प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री पहुंचाई जा रही थी।
Uttarkashi District Magistrate Ashish Chauhan: A helicopter has crashed in Tikochi area near cloud burst hit Arakot. More details awaited. pic.twitter.com/cohB069Fkr
दो राउंड में सफलतापूर्वक राहत सामग्री पहुंचाने के बाद दोपहर करीब 2:15 बजे जब यह हेलीकॉप्टर तीसरे राउंड में राहत सामग्री लेकर जा रहा था तो नगवाड़ा टिकोची के पास ट्रॉली के तार सामने आ गई। पायलट ने सूझबूझ का परिचय देते हुए हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग करा दी। इससे बड़ा हादसा होनो से टल गया। इस हादसे में इंजीनियर को हल्की चोटे आई हैं, वहीं पायलट सुरक्षित बताया जा रहा है। घटना के बाद रेस्क्यू टीमें मौके पर पहुंच गई।
बता दें कि आराकोट क्षेत्र के गांवों में बादल फटने से मची तबाही में इन गांवों के सड़क, पुल एवं संपर्क मार्ग पूरी तरह से टूट गया है। इस कारण सड़क मार्ग से इन गांवों तक राहत सामग्री नहीं जा पा रही है। सरकार द्वारा यहां हेलीकॉप्टरों के माध्यम से राहत सामग्री पहुंचाई जा रही थी। आराकोट और मोरी में बेस बनाकर राहत सामग्री भिजवाई जा रही थी।
बुधवार को मोरी बेस से हैरिटेज कंपनी का हेलीकॉप्टर आराकोट क्षेत्र के मोल्डी गांव राहत सामग्री पहुंचाने गया था। गांव में राहत सामग्री छोड़ने के बाद यह हेलीकॉप्टर लौटते समय कलीच गांव से मोल्डी में सड़क तक सेब के ढुलान के लिए लगी ट्रॉली के तारों में उलझकर क्रैश हो गया । इस हादसे में हेलीकॉप्टर के पायलट कैप्टन रंजीव लाल (53) पुत्र चरणजीत लाल निवासी सुखदेव विहार, दिल्ली, इंजीनियर शैलेश कुमार सिंह (37) निवासी कोलकाता और राजपाल राणा (32) पुत्र विजय सिंह निवासी खरसाली, यमुनोत्री (उत्तरकाशी) की मौके पर ही मौत हो गई थी।