देहरादून: पिछले हफ्ते देहरादून में बुटीक संचालिका की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। बुटीक संचालिका कामना रोहिल्ला की हत्या उसके पति ने ही करवाई। इस हत्या के पीछे अवैध संबंधों का शक सामने आया है। इसके अलावा पत्नी की हत्या करने से पहले पति अशोक उर्फ कपिल रोहिल्ला एक अन्य हत्या को भी अंजाम दिया था। दोनों ही हत्या करने के लिए उसने सुपारी दी थी। पुलिस ने बुधवार को अशोक के सरधना निवासी दोस्त और उसके छोटे भाई को गिरफ्तार कर हत्याकांड का खुलासा कर दिया।
हत्याकांड का खुलासा एसएसपी अरुण मोहन जोशी ने किया। उन्होंने बताया कि पहले दिन से पुलिस को कामना के पति अशोक पर शक था। घटना के दिन कामना की मौत के बाद अशोक के पेट में गोली लगी थी। वह एक सोची समझी साजिश थी,इससे अशोक हत्याकांड से बच निकलना चाहता था। मामले की जांच कर रही पुलिस ने परिजनों और अन्य लोगों से बात की तो सामने आया कि दोनों के बीच एक महिला को लेकर झगड़ा होता था।
हत्या के बाद रिंकू नाम के युवक का नाम सामने आ रहा था। रिंकू नवंबर 2018 से किसी के संपर्क में नहीं था। जांच में पुलिस के हाथ मेरठ के सरधना का एक मोबाइल नंबर लगा। इस नंबर की लोकेशन घटना और घटना से एक दिन पहले शहर में थी। घटना के बाद से यह नंबर स्विच ऑफ था। सुबूत जुटाने के बाद एसओ नेहरू कालोनी दिलबर नेगी ने मेरठ के सरधना रोड से अशोक के दोस्त दीपक शर्मा और उसके भाई गौरव उर्फ गोलू शर्मा को हिरासत में लिया।
सख्ती से पूछताछ के बाद दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया। वहीं अशोक ने रिंकू की हत्या नवंबर में ही कराई थी। उसके शव को राजस्थान के जंगल में फेंक दिया गया था। दोनों हत्याएं अशोक ने दो लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। अशोक रोहिल्ला ने अपने दोस्त दीपक शर्मा और छोटे भाई गौरव शर्मा के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। गौरव 28 अगस्त को ही घटना अंजाम देने अशोक के घर आ गया था।
29 अगस्त को सोेते समय पहले कामना रोहिल्ला को गोली मारी गई। इसके बाद तय साजिश के तहत अशोक के पेट में गोली मारी गई, ताकि किसी को शक न हो। इसके बाद गौरव डीवीआर लेकर कार से सरधना चला गया था। हत्या में इस्तेमाल पिस्टल अशोक ने अपने पास रख लिया था।गौरव की निशानदेही पर डीवीआर और 15 हजार रुपये बरामद किए गए हैं। यह वही पैसे है तो अशोक ने उसे दिए थे।