देहरादूनः भारत की सेना को समय-समय पर उत्तराखंड ने कई जवान दिये है। राज्य में हर परिवार का सदस्य भारतीय सेना में हैं। पुलवामा में 14 फरवरी को आतंकी हमले में भारत के 40 जवान शहीद हो गए। इसके कुछ दिन बाद 16 फरवरी को राजौरी में आईईडी धमाके में शहीद हुए मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता ने अपने बेटे की शहादत से पूरी तरह से टूट गए है लेकिन वो उन्हें अपने बेटे पर गर्व है। जब वायुसेना ने अपने भाईयों की शहादत का बदला आतंकियों के घर में घुस कर लिया तो शहीद मेजर के पिता सीसी बिष्ट ने वायुसेना की बहादुरी को सलाम किया। शहीद मेजर चित्रेश बिष्ट के पिता सीसी बिष्ट ने बताया कि वे अपने शहीद बेटे के नाम पर एक आवासीय सैनिक स्कूल खोलने की सोच रहे है, जिसमें वे गरीब और जरूरतमंद को निशुल्क शिक्षा और सैनिक ट्रेनिंग दी जायेगी, जिसके लिए पूर्व इंस्पेक्टर सीसी बिष्ट ने मुख्यमंत्री से इस संबंध में बात की है। साथ ही बताया कि वे सरकार से मिलने वाली मदद को सैनिक स्कूल के निर्माण में लगा देगे। इसके लिए उन्होंने हल्द्वानी , रानीखेत और देहरादून में जहां भी भूमि मिलेगी वही स्कूल खोला जायेगा।
नम आंखो से उन्होंने बताया कि स्कूल के निर्माण से कई गरीब बच्चों को फायदा मिलेगा और जो बच्चे इस स्कूल से आगें बढ़कर मेजर बनेंगे तो वे उन बच्चों के रूप में अपने मेजर बेटे को देखेंगे। सीसी बिष्ट ने बताया कि स्कूल से उन बच्चों को फायदा मिलेगा जिनके मन में देश के लिए कुछ करने की उमंग है, पर संसाधन ना होने से वे कमजोर पड़ जाते है। शहीद चित्रेश की तेरहवी पर मंगलवार को मेजर की मंगेतर अपने माता-पिता के साथ घर पहुंची जिसके बाद मंगेतर को देख सभी की आंखे नम हो गई। जिसने भी चित्रेश की मंगेतर को देखा वे अपने आंसू को नहीं रोक पाया।