देहरादून: प्रशासन की कार्यशैली हर बार निशाने पर रहती है। शिकायत के ना जाने कितने की दिन बाद उस दिशा में कार्य होता है। प्रशासन के पास जनता अपनी परेशानी लेकर पहुंचती तो है लेकिन प्रशासन का एक्शन ना लेना उसे बड़ी परेशानी बन जाता है। एक ऐसा ही मामला सामने आया है जहां नाले के चोक होने की शिकायक मिलने के बाद भी नगर निगम द्वारा एक्शन नहीं लिया जा रहा था। परेशानी को देखते हुए शहर की मेयर के पति खुद नाला ठीक करने के लिए उसमें उतर गए।
मामला हरिद्वार का है। हरिद्वार में रेलवे स्टेशन के सामने नाला चोक होने के कारण सड़क पर चलना मुश्किल हो रहा था और बदबू भी आ रही थी। इस बारे में लोगों ने हरिद्वार की मेयर अनिता शर्मा के पति अशोक शर्मा को अवगत कराया तो उन्होंने नगर निगम जानकारी दी। नाला चोक होने से सड़क पर गंदा पानी जमा हो रहा था। जिससे लोगों का अशोक शर्मा ने अधिकारियों को फोन कर बुलाया, लेकिन अधिकारी न खुद आए और न ही सफाई कर्मचारी भेजे।जिसके बाद अशोक खुद ही नाले में उतर गए और चोक नाले को साफ करके ही बाहर निकले।
इससे पहले भी मेयर अनीता शर्मा और अशोक शर्मा नगर निगम के अधिकारियों के रवैये पर नाराजगी जताई थी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अधिकारियों ने शहर की सफाई व्यवस्था में सुधार लाने के लिए सहयोग नहीं किया तो यह काम भीख मंगवा कर कराया जाएगा। अशोक शर्मा ने आरोप लगाया था कि नगर निगम अधिकारियों ने जानबूझकर शहर की सफाई व्यवस्था के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों पर सत्ता में काबिज सरकार के नेताओं का पक्ष लेने और कार्रवाई करने के बारे में कहा था।