नैनीतालः नए साल के आते ही पहाड़ो में लगातार बर्फबारी हो रही है। पहाड़ो में बर्फबारी से जहां सैलानी काफी खुश है। वहीं लगातार हो रही बर्फबारी से लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना भी करना पड़ रहा है। ऐसा ही कुछ देखने का मिला पिथौरागढ़ में। जहां मुनस्यारी के एक गांव में बर्फबारी से बचने के लिए महिला को गुफा में छिपकर रात बितानी पड़ी। महिला के साथ उसके दो बच्चे भी थे।
बता दें कि महिला का नाम कमला देवी है। वो समकोट गांव की रहने वाली है। कमला को किसी काम से मुनस्यारी जाना था। साथ में 15 साल का बेटा उमेश राम और 12 साल का चंचल भी था। मंगलवार को तीनों समकोट से 14 किमी दूर गिनी बैंड तक पहुंच गए, लेकिन आगे बढ़ने पर तीनों ने देखा कि रातापानी से आगे के रास्ते में काफी बर्फ है। इसके बाद किसी तरह तीनों बिटलीधार पहुंच गए। बर्फ ज्यादा होने के कारण महिला ने एक गुफा में रुकने का फैसला किया। रात का तापमान माइनस 6 डिग्री से कम था। तीनों बिना कुछ खाये-पीये गुफा में ठहरे।
अगले दिन बुधवार सुबह जब तीनों गुफा से बाहर निकले तो बच्चों की तबीयत खराब हो गई। यह देख महिला काफी घबरा गई और मदद लिए शोर मचाना शुरू कर दिया। महिला की आवाज सुनकर इको पार्क में रहने वाले बृजेश सिंह धर्मशक्तू मौके पर पहुंचे और तीनों को कैंप में ले आए। बृजेश ने तीनों को इलाज दिया। उन्हें खाना भी खिलाया। तबीयत सही होने के बाद तीनों को उनके रिश्तेदार मोहन के घर पहुंचाया।
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