देहरादूनः कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में आतंक मचा रखा है। और अब उत्तराखंड में भी कोरोना वायरस के वजह से लोग काफी डरे हुए हैं। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड शासन द्वारा 12वीं तक के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूल में छुट्टी करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके बावजूद स्कूल खोलने पर कुछ स्कूलों को नोटिस भेजा गया है।
बता दें कि देहरादून के ब्राइटलैंड, एन मैरी, दून सरला, डीडी स्कूल, कैस्पर स्कूल और फ्यूचर एरा को नोटिस जारी किया गया है। मुख्य शिक्षा अधिकारी आशारानी पैन्यूली ने कहा कि अब अगर किसी ने विद्यालय खोला तो मुकदमा दर्ज कराया जाएगा। वहीं मुख्य शिक्षा अधिकारी ने सभी बोर्डिंग स्कूलों को कक्षाओं का संचालन बंद करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हॉस्टल में छात्र-छात्राएं रह सकती हैं। उन्होंने हॉस्टल और अन्य स्थानों पर सेनेटाइजेशन की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। इससे पहले ज्यादातर बोर्डिंग स्कूल प्रबंधन ने बच्चों को हॉस्टल से घर भेजने पर खतरा ज्यादा बढ़ने का अंदेशा जताया था।
उत्तराखंड सरकार ने कोरोना को महामारी घोषित कर दिया है। शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने इस बात की पुष्टि की है। वायरल संक्रमण से बचाव के लिए राज्य में उत्तराखंड महामारी रोग अधिनियम (कोविड-19) में लागू कर दिया है। इससे जिलाधिकारियों और मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को वायरस की रोकथाम के लिए असीमित अधिकार प्राप्त हो जाएंगे। इसके तहत अब स्कूल और आंगनबाड़ी के बाद राज्य के सभी कॉलेज, सिनेमाघर और मल्टीप्लेक्स 31 मार्च तब बंद रहेंगे। लेकिन मेडिकल कॉलेज खुले रहेंगे।