हल्द्वानीः मां पूर्णागिरि धाम के कपाट खुल चुके हैं। कपाट खुलने के बाद मां के दरबार में श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है। लेकिन आपको बता दें कि फिलहाल केवल उत्तराखण्ड के लोगों ही मां पूर्णागिरी के दर्शन कर सकेंगे।राज्य के बाहर के श्रद्धालुओं के लिए फिलहाल अभी दर्शन नही कर सकेंगे।
बता दें कि केंद्र सरकार की अनुमति के बाद ही मां पूर्णागिरि धाम के कपाट 8 जून को खोल दिए गए थे। मां के दर्शन के लिए पहले दिन नवाबगंज से सिर्फ एक युवक धाम पहुंचा था। दूसरे दिन मंगलवार को करीब एक दर्जन श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे। मंदिर समिति अध्यक्ष पं. भुवन चंद्र पांडेय का कहना है कि बुधवार को बनबसा, खटीमा, सितारगंज, नानकमत्ता आदि इलाकों से आए पचास से अधिक श्रद्धालु देवी मां के दर्शन के लिए पहुंचे। और उन्हें सामाजिक दूरी का पालन करवाते हुए दर्शन कराए गए। भुवन चंद्र पाण्डेय का कहना है कि मंदिर में सैनिटाइजेशन की भी व्यवस्था की गई है।
पूर्णागिरि दर्शन करने आ रहे श्रद्धालुओं को उनका परिचयपत्र देखने के बाद ही दर्शन की अनुमति दी जा रही है। ठुलीगाड़ थाना प्रभारी लक्ष्मण सिंह का कहना है कि बूम और ठुलीगाड़ बैरियर पर पुलिस श्रद्धालुओं के पहचान पत्र चेक कर रही है। वहीं मां पूर्णागिरि धाम में श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू तो हो गई है, लेकिन धाम क्षेत्र की धर्मशाला चलाने वाले पुजारियों में इसे लेकर बिल्कुल भी उत्साह नहीं है। कपाट खुलने के तीन दिन बाद भी ज्यादातर धर्मशालाएं बंद पड़ीं हैं। कोरोना संकट को देखते हुए उत्तराखंड के लोगों को ही मां पूर्णागिरी धाम के दर्शन करने की अनुमति दी गई है।