पिथौरागढ़: सोमवार को मुनस्यारी-मिलम मार्ग पर स्थित सैनर पुल टूट गया था जो केवल शनिवार को बन कर तैयार हो गया है। सोमवार को सड़क काटने के लिए एक पोकलैंड मशीन को ट्राला से ले जाया जा रहा था और इसी दौरान पुल टूट गया था। हादसे में ट्राले पर सवार दो लोग घायल हो गए। उन्हें निकालकर इलाज के जिए भेजा गया है। पुल टूटने के कारण उच्च हिमालय के गांवों से माइग्रेशन करने वाले ग्रामीणों, आर्मी के जवानों का आगागमन तो प्रभावित हुआ ही वहीं मुनस्यामरी-मिलम तक बन रहे सड़क का निर्माण कार्य भी प्रभावित होने लगा।
यातायात के नजरिए से यह पुल बेहद महत्वपूर्ण है। इसे देखते हुए बीआरओ तुरंत हरकत में आ गया। सोमवार को ही जिला मुख्यालय पिथौरागढ़ से पुल निर्माण सामग्री गार्डर 145 किमी दूर सैनर पहुंंचाई गई। सामग्री पहुंचते ही बीआरओ ने युद्धस्तर से कार्य प्रारंभ किया। पुल निर्माण के लिए 70 श्रमिक लगाए गए। अंतिम दिन यानी शुक्रवार को पुल निर्माण कार्य पूरे चौबीस घंटे चला। 70 मजदूरों को दो शिफ्टों में कार्य पर लगाया गया। शनिवार सुबह पुल तैयार हो गया ।
इस पुल का ट्रायल शनिवार को किया गया और सही पाया गया है। बीआरओ की ओर से कहा जा रहा है कि पुल में जो फिनिसिंग कार्य है उसे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। मॉनसून ने दस्तक देना शुरू कर दिया है। मुनस्यारी-मिलम मार्ग में बीआरओ की टीम ने जो कार्य किया है उसकी तारीफ पूरा देवभूमि कर रहा है। हिमालयी क्षेत्रों के 15 से ज्यादा गांव भी इसी पुल का इस्तेमाल करते हैं। पुल टूटने की वजह से स्थानीय लोग भी परेशान हैं। सेना के वाहनों की आवाजाही भी नहीं हो पा रही। बता दें कि यह पुल भारत को चीन सीमा से जोड़ता है।