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पहाड़ के पिता के क्या कहने,बेटी का कन्यादान नहीं कर पाए,तो वीडियो कॉल से दी विदाई


देहरादूनः कोरोना को जड़ से खत्म करने के लिए देश में लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा दिया गया है। लॉकडाउन के वजह से कई लोग सोशल मीडिया और ऑनलाइन से अपने सारे काम कर रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी कहेंगे की ये कुछ अनोखा सा है– लॉकडाउन के चलते त्रिपुरा में तैनात असम राइफल के विजयराज परमार उत्तराखंड के चिन्यालीसौड़ में हुई अपनी बेटी अनामिका की शादी में शामिल नहीं हो पाए। पिता ने वीडियो कॉलिंग के जरिए ही अपनी बेटी को विदाई दी।

बता दें कि उत्तरकाशी के चिन्यालीसौड़ निवासी विजयराज परमार असम राइफल में नौकरी करते हैं। आजकल उनकी तैनाती त्रिपुरा बॉर्डर पर है। उनकी बेटी अनामिका की शादी जुणगा निवासी धर्मेंद्र के साथ तय हई थी। इस बीच कोरोना के चलते पूरे देश में लॉकडाउन होने के वजह से विजयराज बेटी की शादी के लिए चिन्यालीसौड़ नहीं पहुंच पाए। शादी की तैयारियां पूरी होने के वजह से परिवारवलाों ने तय की गई तारीख पर ही शादी कराने का निर्णय लिया। प्रशासन से अनुमति लेकर गुरुवार को शादी की रस्में पूरी की गईं। लॉक डाउन के चलते बिना बैंडबाजे और शोर शराबे से शादी हुई। शादी में पिता के ना आने के चलते उनके छोटे भाई ने ही बहन का कन्यादान किया। शादी में महज पांच लोग मौजूद रहे।

शादी पूरी होने के बाद पिता विजयराज परमार ने वीडियो कॉलिंग के जरिए ही अपनी बेटी को विदाई दी। वधु अनामिका और उसकी मां ममता परमार ने कहा कि सभी की इच्छा थी कि इस मांगलिक कार्य में पिता भी शामिल होते। लेकिन लॉकडाउन के चलते ऐसा संभव नहीं हो पाया।

ps-amar ujala

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