शिक्षक दिवस के सुअवसर पर राजकीय प्राथमिक विद्यालय बजेला विकासखण्ड धौलादेवी अल्मोड़ा में डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी की जयंती को शिक्षक दिवस के रूप में हर्षोल्लास से मनाया गया। इस पुनीत पर्व अपने शिक्षकों का शुक्रिया अदा किया और अपने छात्रों को भी सत्य और आदर्श की राह लेने को कहा गया। हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मना कर हम अपने शिक्षकों को सम्मान देते हैं। शिक्षक हमारे भविष्य का निर्माण करते हैं। ये बच्चे देश का भविष्य हैं,यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने छात्रों का मार्ग दर्शन कर उन्हें आदर्श नागरिक बनाने की महत्वपूर्ण भूमिका हमेशा निभाते रहें ।
इसी क्रम में आज विद्यालय में बाल शोध मेला व स्वच्छता प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। विद्यालय के अध्यापक भाष्कर जोशी ने कहा कि ज्ञान केवल किताबों तक ही सीमित नहीं रहता है वह तो सर्वत्र फैला हुआ है जरूरत है उसे एक निरंतरता और एक क्रम में समायोजित कर उसका निर्माण करने की। बच्चे अपने परिवेश और आसपास घट रही घटनाओं से निरन्तर कुछ न कुछ सीखते रहते हैं। वे कुछ अनुमान लगाते हैं,स्वयं से अनुभव करते हैं और बड़ों से संवाद करते हुए अपनी समझ को विकसित करते हैं। इस पूरी प्रक्रिया में उनके भीतर की जिज्ञासा, कौतूहल, आनन्द की अनुभूति व मन में उठ रहे प्रश्न उन्हें कुछ नया खोजने की ओर प्रेरित करते हैं। यही नई खोज नया ज्ञान है , स्वच्छता ही सेवा है कहते हुए बच्चे कई बार मुझसे संवाद कर चुके थे कि सर स्वच्छता से कैसे सेवा होगी ,किसकी होगी इत्यादि इत्यादि…… ।
इन्ही प्रश्नों के उत्तर देने के लिए उन्हें मोटीवेट किया और बच्चे को कुछ न कुछ assignment व परियोजना कार्य दिया गया ,यह एक लंबी प्रक्रिया थी जो आज जाके पूर्ण हो पाई । बच्चों ने न केवल स्वच्छता सामग्री की प्रदर्शनी लगाई साथ ही विभिन्न मॉडलों के माध्यम से अपने क्षेत्र की जनता को बताया कि हम कैसे कैसे स्वच्छता को सेवा का रूप दे सकते है और इसके क्या लाभ है प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण स्वच्छ भारत मॉडल रहा इसके अलावा , रेन वाटर हारवेस्टिंग मॉडल, क्लीन वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, जैविक व अजैविक कूड़ा दान, कूड़ा निस्तारण कैसे करे, प्लास्टिक से कैसे निजात पाये, भीमल की रस्सी से बने कैरी बैग भी अभिभावकों। ने सराहे ।
साथ ही साथ छात्रों ने शिक्षक के साथ मिलकर कई प्रकरणों पर कार्य भी किया जिससे उनका मनोबल भी ऊंचा हुआ और अब वे स्पष्ट हो चुके है कि उन्हें क्या करना होगा और क्या नही ताकि वो देश मे चल रहे स्वच्छता के त्योहार का अभिन्न अंग बन कर एक आदर्श नागरिक बन अपना ,अपने अभिभावक व अपने शिक्षक का नाम रोशन कर सकें , इस शिक्षक दिवस पर मेरी यही शुभकामनाएं है ।