हल्द्वानीः कोरोना से बचने का सबसे कारगार उपाय है कि आप मास्क पहने। लेकिन लोग बिना मास्क पहने ही अपने घरों से बाहर निकल रहे हैं। उत्तराखंड में लगातार कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं और अब सरकार भी मास्क न पहनने वालों पर और भी ज्यादा सख्ती करने जा रही है। बिना मास्क के तीसरी बार पकड़े जाने पर अब एक हजार रुपये का जुर्माना लगाने की तैयारी है। इसके लिए महामारी एक्ट में संशोधन किया जा रहा है। गुरुवार को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली कैबिनेट बैठक में इस संशोधन प्रस्ताव को रखा जा सकता है।
बता दें कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हाल ही में मास्क न पहनने वालों पर सख्ती करने के लिए जुर्माना राशि बढ़ाने के निर्देश दिए थे। इसके तहत बगेैर मास्क पहने पहली बार पकड़े जाने पर 200 रुपये और दूसरी बार पकड़े जाने पर 500 रुपये जुर्माना देना होगा। इसके साथ ही सरकार ने तय किया है की जिन पर मास्क ना पहनने पर जुर्माना लगेगा या जो बिना मास्क पहने हुए पकड़े जाएंगे, उन्हें जुर्माना देने के बाद चार मास्क भी बांटे जाएंगे।
कैबिनेट की बैठक में स्कूली छात्र-छात्राओं को पुस्तकों के लिए धनराशि देने के स्थान पर सीधे मुफ्त पुस्तकें ही उपलब्ध कराने का प्रस्ताव भी लाए जाने की उम्मीद है। यह मसला पिछली कैबिनेट की बैठक में लाया गया था, लेकिन इसे मंजूरी नहीं मिल पाई थी। बता दें कि कोरोना काल की पिछली समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने यह भी फैसला लिया था की आशा कार्यकर्ताओं के अकाउंट में 2000 भेजे जाएंगे। इन रुपयों में 1000 सम्मान निधि के तौर पर और 1000 रक्षाबंधन के उपलक्ष में वितरित किए जाएंगे। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी फैसला लिया कि अगर किसी कोरोना वारियर की मृत्यु होती है तो उसके परिवार जनों को 10 लाख की राशि दी जाएगी। यह 10 लाख मुख्यमंत्री राहत कोष से दिए जाएंगे।