नई दिल्लीः कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में कोहराम मचा रखा है। कोरोना वायरस के चलते भारत में अब कई लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। भारत में कोरोना से बचने के लिए लॉकडाउन को 3 मई तक बढा़ दिया गया है। लॉकडाउन के वजह से कई लोग सोशल मीडिया और ऑनलाइन से अपने सारे काम कर रहे हैं। आज हम आपको एक ऐसी खबर बताने जा रहे हैं जिसे सुनकर आप भी कहेंगे की ये कुछ अनोखा सा है– मामला चंडीगढ़ का है, जहां चंडीगढ़ में पैदा हुई चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लॉक सुई क्षेत्र के सातखाल निवासी भुवन चंद्र चौबे की बेटी का ऑनलाइन नामकरण हुआ है। सुई में उनके घर बैठे पंडितों ने विधि-विधान के साथ नामकरण संपन्न करवाया।
बता दें कि लोहाघाट निवासी गोविन्द चौबे के पुत्र भुवन चन्द्र चौबे एयरफोर्स चंडीगढ़ में तैनात हैं। उनकी पत्नी नेहा चौबे भी उनके साथ हैं। वे चंढीगढ़ के सेक्टर 47 में रहते हैं। 3 अप्रैल को नेहा ने बेटी को जन्म दिया। उसका मंगलवार को नामकरण था। लॉकडाउन के चलते चंडीगढ़ में पंडित नहीं मिल पाए। धर्मसंकट की इस घड़ी में भुवन ने सुई में रह रहे अपने पिता गोविंद बल्लभ चौबे को इस बारे में बताया। तो पिता ने ऑनलाइन नामकरण करने की बात कही। इसके बाद पिता गोविंद चौबे ने अपने घर में पाटन पाटनी के कुल पुरोहित पंडित हेम पांडेय को बुलाया और चंडीगढ़ में अपने पुत्र और बहू को बेटी के साथ बैठाकर नामकरण करवाया। और पंडित ने बेटी को नाम दिया हितांशी। हितांशी देश की पहली ऐसी बेटी है जिसका लॉकडाउन के चलते ऑनलाइन नामकरण हुआ है। हितांशी का परिवार काफी खुश है। वहीं रिश्तेदारों ने बेटी के नामकरण होने पर पूरे परिवार को बधाई दी है।