बागेश्वरः लॉकडाउन के चलते दूसरे राज्य में फंसे उत्तराखंडवासियों का राज्य वापस आने का सिलसिला जारी है। लॉकडाउन के चलते कई युवा डिप्रेशन का शिकार भी हो रहे हैं। ऐसा ही एक मामला बागेश्वर से सामने आया है। जहां प्रवासी युवक ने पेड़ में फंदा लगाकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। युवक की मौत के बाद परिवार में कोहराम मच गया है। परिवार को समझ नही आ रहा कि बेटे ने आखिर ऐसा कदम क्यों उठाया। परिवार का कहना है कि दिल्ली से लौटने के बाद वो अकसर मायूस रहता था।
बता दें कि युवक का नाम भरत कुमार है। उसकी उम्र 32 साल थी। भरत का परिवार कपकोट तहसील के बैड़ा-मझेड़ा गांव में रहता है। भरत दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करता था। लॉकडाउन के दौरान वो एक महीने पहले ही दिल्ली से गांव लौट आया। घर जाने से पहले उसे 14 दिन क्वारंटाइन किया गया था।
परिवारवालों का कहना है कि जैसे ही भरत दिल्ली से लौटा था। तब से वो मायूस रहने लगा था। और सोमवार सुबह भरत बिना कुछ कहे घर से कहीं चला गया। और उसका शव जंगल में एक चीड़ के पेड़ पर फंदे से लटका मिला। पुलिस ने युवक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।वहीं इस मामले में अभी तक पुलिस को किसी तरह की तहरीर नहीं मिली है। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।