देहरादून: अक्षिता को बचाना है। सात महीने की नन्ही मासूम अक्षिता हमसे और आपसे जीवन की गुहार लगा रही है। जीवन मांगे अक्षिता की इस मुहिम के साथ आप सब से विनती करते हैं कि मदद के लिए आगे आएं और एक भयानक बीमारी से गुजर रही अक्षिता को जिंदगी देने के लिए सहयोग करें।
दरअसल सात महीने की अक्षिता राणा को एक ऐसी असाध्य बीमारी है, जिसे डॉक्टरों की भाषा में जेनेटिक स्पाइनल मस्कुलर अट्रॉफी कहा जाता है। गौरतलब है कि यह बीमारी कैंसर से ज्यादा खतरनाक बीमारी मानी जाती है। कहा जाता है कि इसमे मांसपेशियां कमजोर हो जाती है।
इसके अलावा इस रोग से पीड़ित मरीज को सांस लेने में भी बहुत तकलीफ होती है। अक्षिता के इलाज में पेंच आर्थिक स्थिति का है। दरअसल इस बीमारी का इलाज दुनिया का सबसे महंगा इलाज है। बता दें कि इसके लिए इस्तेमाल होने वाला इंजेक्शन 16 करोड रुपए में आता है और यह मात्र इंजेक्शन है जो अक्षिता को बचा सकता है।
अक्षिता की मां सरिता राणा ने बताया कि बेटी को दिक्कतें होने के बाद डॉक्टरों को दिखाया तो पता चला की उसे एसएमए टाइप 1 की बीमारी है। सांस लेने में दिक्कत थी इसलिए एडमिट करने के बाद चिकित्सकों ने उसे डिस्चार्ज कर दिया। सरिता राणा ने बताया कि डॉक्टरों ने इसे लाइलाज बीमारी कहा था।
ऐसे में 16 करोड़ रुपए का इंतजाम करना एक आम परिवार के लिए बहुत मुश्किल है। अक्षिता की मां सरिता राणा और पिता भूपेंद्र सिंह राणा ने देवभूमि व देशभर की जनता से मदद की अपील की है। हल्द्वानी लाइव भी आप सभी से अपील करता है कि जितना भी हो सके मदद का हाथ बढ़ाए। एक छोटी सी सहायता भी अक्षिता की जिंदगी के लिए संजीवनी साबित हो सकती है।
खाताधारक : अक्षिता राणा
खाता संख्या : 700701717154633
IFSC कोड : YESB0CMSNOC ( B के बाद जीरो है और N के बाद O फॉर Orange)
मोबाइल/गूगल/फोन पे नंबर : 8755666301