हल्द्वानी: उत्तराखंड की राजनीति में सभी कुछ सामान्य नहीं है। दो दिन पहले कोर ग्रुप की बैठक हुई थी। कई विधायक गैंरसैण से तुरंत देहरादून पहुंचे थे। वहीं सत्र को भी स्थगित कर दिया गया था। दिल्ली से भी दो ऑबजर्बर उत्तराखंड पहुंचे थे,जिसके बाद नेतृत्व परिवर्तन की खबरों सामने आ रही थी लेकिन शाम होते-होते इन सभी अटकलों को प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने खारिज कर दिया था लेकिन अचानक हो रही गतिविधियां बड़े संकेत दे गई थी। दो दिन बाद ही ये अटकले दोबारा शुरू हो जाएंगी किसी ने सोचा नहीं था।
सोमवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत उत्तराखंड के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिल्ली पहुंचे है। वह राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात करेंगे। अब देहरादून से ये खबर सामने आ रही है कि उत्तराखंड के सभी विधायकों को दिल्ली बुलाया गया है। सभी विधायक आज रात ही दिल्ली पहुंच सकते हैं। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने विधायकों और नेताओं को दिल्ली बुलाया है।
मुख्यमंत्री आवास से उनके समर्थक विधायकों कॉल किया गया है। इसके अलावा कई मेयरों को भी दिल्ली बुलाया गया है। अब इसे शक्ति प्रदर्शन के रूप में देखा जा रहा है। विधायकों को दिल्ली बुलाकर सीएम रावत दिखाना चाहते हैं कि उनके पास समर्थन है। सूत्रों की मानें तो 9 मार्च को दिल्ली में भाजपा की पार्लियामेंट्री बोर्ड की बैठक हो सकती है जिसमें उत्तराखंड को लेकर कुछ अहम फैसले लिए जा सकते हैं।