हल्द्वानी: उत्तराखंड की राजनीति में शनिवार को शुरू हुआ भौचाल मंगलवार को अपने निर्णय में पहुंचा, मुख्यमंत्री पद से त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया। उनके इस्तीफे के बाद कौन होगा उत्तराखंड का मुख्यमंत्री… इस पर डिबेट शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री चयन प्रक्रिया के लिए प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह देहरादून पहुंच गए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने दोनों केंद्रीय नेताओं का स्वागत किया। बुधवार सुबह 10 बजे भाजपा मुख्यालय में विधानमंडल दल की बैठक होगी। बैठक में नए सीएम और भविष्य की प्लानिंग पर फैसला लिया जा सकता है। इसी प्लान को तैयार करने के लिए भाजपा की केंद्रीय टीम ने प्रदेश प्रभारी और केंद्रीय नेता को उत्तराखंड भेजा है।
सीएम पद की रेस में राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी, नैनीताल सांसद अजय भट्ट, केंद्रीय मंत्री निशंक, उच्च शिक्षा मंत्री धनसिंह रावत, प्रदेश महामंत्री सुरेश भट्ट, भगत सिंह कोश्यारी, सतपाल महाराज का नाम सुर्खियों में आया है। अगले साल चुनाव होने वाले हैं और जनता के सामने भाजपा उस नेता को खड़ा करने का प्रयास करने में जुटी हो जो पार्टी की नैया को पार लगाए। इसके अलावा उत्तराखंड में पहली बार डिप्टी सीएम फॉल्मूला भी अपनाया जा सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी सामने आ रहा है कि उत्तराखंड के सभी सांसदों को देहरादून बुला लिया गया है और वह भी कल होने वाली विधानमंडल की बैठक का हिस्सा होंगे। त्रिवेंद्र सिंह रावत के भविष्य को लेकर कहा जा रहा है कि उन्हें भाजपा केंद्रीय स्तर में जिम्मेदारी दे सकती है।