देहरादून: कोरोना वायरस का प्रकोप राज्य में तेजी से फेल रहा है। जनता के अलावा अग्रिम मोर्चे पर सेवा कर रही उत्तराखंड पुलिस के 684 जवान कोरोना वायरस की चपेट में आए हैं। इस बारे में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा कि इस लिस्ट में एक महिला पुलिसकर्मी भी शामिल है। वह गर्भवती है और इसी कारण से टीका नहीं लगाया गया था। उनका कहना है कि टीका लगने के वजह से ही राज्य के पुलिसकर्मी दूसरी लहर के बीच सुरक्षित है।
कोरोना संक्रमण के खिलाफ जारी जंग में अग्रिम मोर्चे पर लड़ाई लड़ रही उत्तराखंड पुलिस के 684 जवान कोरोना वायरस की दूसरी लहर में संक्रमित हो गये हैं. #COVID19 #Coronavirus https://t.co/JOWQ1vHkY5
— ABP Ganga (@AbpGanga) April 26, 2021
केवल एक पुलिसकर्मी को छोड़कर किसी भी जवान को अस्पताल में नहीं भर्ती कराना पड़ा और सभी स्वस्थ हैं। उन्होंने जानकारी दी कि 90 प्रतिशत पुलिसकर्मियों को कोरोना वायरस के दोनों टीकों की खुराक लग चुकी है। केवल बीमार पुलिसकर्मियों को ही टीका नहीं लगाया गया है। कोरोना वायरस की पहली लहर में पुलिस के कुल 1981 जवान संक्रमित हुए थे। इसमें से 100 पुलिसकर्मियों का हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था और 7 की मौत हो गई थी।
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है। पुलिसकर्मी अग्रिम मोर्चा पर डटे हुए हैं और लोगों से कोरोना वायरस के बचाव हेतु बनाए गए नियमों का पालन करवा रहे हैं। उत्तराखंड पुलिस का एकमात्र लक्ष्य कोरोना को हराना और लोगों को उससे बचाना है। उन्होंने जनता से अपील करी की वे कोरोना वायरस का टीका जरूर लगाए। टीका लगने के बाद भी अगर कोरोना संक्रमण होता है तो टीकाकरण द्वारा बनी एंटीबॉडी उससे लड़ने में मदद करती हैं।